हजारीबाग: बड़कागांव के डाडीकला ओपी थाना क्षेत्र के डाडी स्कूल मोड़ के पास त्रिवेणी सैनिक माइंस कंपनी से काम कर लौट रहे साइकिल सवार मजदूर फागुन महतो (36) काम करके अपने घर वापस लौट रहा था. इस दौरान करीब 7:30 बजे जैसे ही डाड़ी स्कूल मोड़ पर पहुंचा तेज रफ्तार आ रही गाड़ी ने जोरदार धक्का मारा, जिसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से डाडी थाना प्रभारी महेंद्र बैठा के नेतृत्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कागांव लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
फागुन महतो पिछले दो साल से सिकरी निवासी अनिल साव के अंदर कंपनी में काम कर रहा था. इस संबंध में थाना प्रभारी महेंद्र बैठा ने कहा कि हमें जैसे ही सूचना मिली दल-बल के साथ उसे उठाकर ग्रामीणों के सहयोग से समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कागांव लाया गया. अपने पीछे फागुन महतो पत्नी सहित 12 एवं 10 वर्षीय बेटे और बूढ़ी मां को छोड़ गया है. सिकरी के ग्रामीण के द्वारा मुआवजा के मांग के लिए रात में ही 10 बजे से लेकर 2 बजे रात तक टंडवा- हजारीबाग सड़क को राजा बागी के पास जाम करते हुए प्रदर्शन ग्रामीणों ने किया गया है.
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मामले की सूचना जब प्रशासन को मिली तो एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद रावत, पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी ललित कुमार, डाडी कला थाना प्रभारी महेंद्र बैठा पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने के बाद सरकारी प्रवधान के तहत पारिवारिक लाभ, आवास, पेंशन तथा मारुति मालिक से 3 लाख मुआवजा की समझौता पर जाम हटा लिया गया. हालांकि मृतक की पत्नी कासवा देवी के द्वारा थाना में पति की हत्या का आवेदन देकर एफआईआर कर उचित करवाई की मांग की है.
वहीं, डाडी कला थाना ने वैगनआर गाड़ी को कब्जे में ले लिया गया है. समझौता के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आज दूसरे दिन पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार वालों को सौंप दिया, जिसका अंतिम संस्कार सिकरी श्मसान घाट में किया गया.