हजारीबाग: दीपावली दीपों का त्योहार है. इस पर्व में दीयों के साथ-साथ मोमबत्ती की भी मांग होती है. दीपवाली के बाद क्रिसमस आने वाला है और इसमें भी मोमबत्ती की खूब मांग होती है. इसे देखते हुए होली क्रॉस सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं को मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दे रहा है. खासकर वैसे लोगों को जो संक्रमण के कारण बेरोजगार हो गए और आज तक उन्हें रोजगार नहीं मिल पाया, उनके लिए यह अच्छा मौका है.
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मोमबत्ती की बढ़ेगी मांग
होली क्रॉस में ट्रेनिंग देने वाली महिला बताती है कि आने वाले दिनों में दो महत्वपूर्ण त्योहार हैं जिसमें मोमबत्ती की मांग बढ़ेगी. दीपावली के साथ-साथ क्रिसमस में भी मोमबत्ती की मांग होती है. इसे देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं और पुरुषों दोनों को मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं. खास बात यह है कि इस व्यवसाय को शुरू करने में सिर्फ 5 हजार रुपए की जरूरत होती है. इसके बाद लोग कमा कर अपना व्यवसाय भी बढ़ा सकते हैं. अपने पैरों में खड़ा होने के लिए यह छोटा व्यापार भी सार्थक साबित हो सकता है.
ट्रेनिंग पाने वाली महिला बताती है कि मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं. डिजाइनर मोमबत्ती की मांग भी आजकल अधिक है. ऐसे में हम लोगों ने यहां साधारण और डिजाइनर दोनों तरह की मोमबत्ती का प्रशिक्षण लिया है. प्रशिक्षण लेने के बाद जो सामान की आवश्यकता होगी है वह रांची से लेकर आएंगे और अपने घर के आसपास की महिलाओं को भी इसके बारे में जानकारी देंगे ताकि वे भी अपने पैरों पर खड़ा हो सकें. उनका यह भी कहना है कि घर बैठे बहुत कम वक्त में भी हम लोग मोमबत्ती बनाकर इसे बेच सकते हैं जिससे अच्छा मुनाफा होता है.