हजारीबागः धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या को लेकर हजारीबाग जिला प्रशासन ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा का औचक निरीक्षण किया. सोमवार को लगभग ढाई घंटे से अधिक तमाम सेल की जांच की गई. इस दौरान कुछ आपत्तिजनक सामान अवश्य बरामद किये गये लेकिन वो संवेदनशील नहीं माना जा सकता है.
हजारीबाग लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा झारखंड का सबसे अधिक सुरक्षित जेल माना जाता है. जहां खूंखार अपराधी, माओवादी और राजनेताओं को रखा जाता है. ऐसे में इसकी सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त होना बेहद जरूरी है. जेल के निरीक्षण के बाद डीसी नैंसी सहाय और एसपी मनोज रतन चौथे ने सामूहिक रूप से कहा कि जेल प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए कुछ आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं.
लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में सोमवार को हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय व पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे की संयुक्त अगुवाई में औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान सदर एसडीएम विद्याभूषण कुमार समेत 12 दंडाधिकारी औचक निरीक्षण में मौजूद रहे, लगभग ढाई घंटे तक प्रशासन की टीम ने जेल की जांच की. इस औचक निरीक्षण में जिला प्रशासन की टीम ने केंद्रीय कारागार के अस्पताल, कैंटीन बैरक व अन्य जगहों का जायजा लिया.
डीसी नैंसी सहाय ने निरीक्षण के बाद बताया कि जेल से कुछ भी अति गंभीर सामग्री प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि धनबाद की घटना को देखते हुए राज्य के सभी कारागार को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश प्राप्त है ताकि इस प्रकार की घटना को रोका जा सके. निरीक्षण में लगभग 10 मीटर का एक रस्सी, 1 पेन ड्राइव, खैनी का पैकेट, छड़ का घुमावदार दुकड़ा व चाकूनूमा चम्मच समेत अन्य सामग्री बरामद कर जब्त कर लिया गया है.
केंद्रीय कारा के निरीक्षण को लेकर हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि राज्य के अन्य हिस्से में हुई जेल की घटना को देखते हुए ये कार्रवाई की गई है. एसपी ने बताया कि ये एक रूटीन जांच प्रक्रिया भी है, जो हर एक या दो माह में की जाती है.
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