हजारीबाग: झारखंड लोक सेवा आयोग का फाइनल रिजल्ट जारी हो गया है. जिसमें हजारीबाग के एक दंपती ने सफलता हासिल की है. रिजल्ट में पत्नी ने पति को 32 रैंक से पीछे छोड़ दिया है. दोनों के सफलता हासिल करने के बाद से खुशी का माहौल है. उनके परिजनों में इतनी खुशी है कि वो दोनों की आरती उतारकर स्वागत करे रहे हैं.
हजारीबाग की रहने वाली सुमन गुप्ता ने पूरे स्टेट में पहला स्थान हासिल किया है. वहीं उनके पति गौतम कुमार ने 32 वां रैंक लाकर पूरे राज्य भर में अपना डंका बजा दिया है. ईटीवी भारत के संवाददाता ने उनसे खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपनी सफलता की कहानी बताई.
सुमन डाक विभाग में हैं कार्यरत
झारखंड लोक सेवा आयोग में स्टेट टॉपर सुमन गुप्ता का पैतृक आवास हजारीबाग हुडहुडू बाबा पथ में है. सुमन गुप्ता के पिता का नाम फागु साव है और उनकी माता का नाम प्यासी देवी है. सुमन गुप्ता के दो भाई हैं, जो व्यवसाय का काम करते हैं. सुमन के पिता पहले राजमिस्त्री का काम करते थे, उसके बाद उन्होंने अपना व्यवसाय शुरु किया था. ऐसे में पूरा परिवार काफी कठिनाई के साथ जीवन यापन करते हुए यह मुकाम पाया है. फिलहाल सुमन गुप्ता हजारीबाग बड़ा पोस्ट ऑफिस में पोस्टल असिस्टेंट के पद पर 2011 से ही कार्यरत हैं.
सुमन गुप्ता की प्रारंभिक पढ़ाई हजारीबाग के सेंट्रल पब्लिक स्कूल में हुई है और आगे की पढ़ाई विवेकानंद सेंट्रल स्कूल में संपन्न हुई. सुमन की शादी 13 फरवरी 2018 को बादम निवासी गौतम कुमार से हुई है, जिन्होंने भी जेपीएससी में 32 वां रैंक लाकर पूरे राज्य भर में अपना डंका बजाया है. गौतम कुमार झारखंड पुलिस में एएसआई के पद पर रांची में सेवा दे रहे हैं. उनका पैतृक आवास बादाम, बड़कागांव, जिला हजारीबाग है.
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रिजल्ट आने के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. मां ने अपनी बेटी और दामाद की आरती उतारकर उन्हें आशीर्वाद दिया और कहा कि दोनों के अथक प्रयास से ही आज यह मुकाम हासिल हुआ है. तो वहीं पिता फागु साव ने भी कहा कि हमलोगों ने प्रारंभिक दौर में काफी तकलीफ से परिवार चलाया है, बेटी और दमाद ने राज्य की सबसे बड़ी परीक्षा में अपना डंका बजाकर दोहरी खुशी दी है.
स्टेट टॉपर सुमन गुप्ता का कहना है कि लाइफ में शॉर्टकट नाम की कोई चीज नहीं है, सही से अगर पढ़ाई किया जाए और टाइम मैनेजमेंट हो तो कोई भी परीक्षा क्रैक किया जा सकता है. उन्होंने अपने पूरे परिवार को सफलता का श्रेय दिया है.
वहीं गौतम कुमार का कहना है कि पुलिस सेवा में काम करते यह मुकाम पाना चुनौती भरी थी, लेकिन हम लोगों ने काफी अच्छी मेहनत की. उन्होंने अपनी पत्नी की तारीफ करते हुए कहा कि मेरी पत्नी ने एक दोस्त मार्गदर्शक के रूप में सहयोग दिया, जिससे हम लोगों ने यह मुकाम पाया है. ईटीवी भारत भी इनके पूरे परिवार को शुभकामनाएं देता है.