हजारीबाग: इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय के नाम एक और रत्न जुड़ गया है. स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा को राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान से नवाजा गया है, जिससे स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा और शिक्षकों में खुशी का ठिकाना नहीं है.
ये भी पढ़ें-बोकारो के मधु कुमार को शौर्य और साहस के लिए मिलेगा सम्मान, पुलवामा अटैक के मास्टरमाइंड को किया था ढेर
पुरस्कार मिलने से काफी उत्साहित है छात्रा
किसी भी विद्यालय के लिए बेहद खुशी का पल होता है, जब उसके बच्चे को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाता है. ऐसे तो हजारीबाग इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय के नाम कई ख्याति है, लेकिन अब इसकी सूची में एक और सम्मान जुट गया है. इस विद्यालय में पढ़ने वाली आकांक्षा समृति को लेखन कला में सम्मान प्राप्त हुआ है. उसने 2016 में एक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और इसके बाद 2021 में उसे पुरस्कृत किया गया. पुरस्कार मिलने के बाद छात्रा काफी उत्साहित हैं. उसका कहना है कि स्कूल की शिक्षिकाओं के सफल मार्गदर्शन के कारण ही उसने यह मुकाम पाया है. वह चाहती है कि उसके स्कूल की हर छात्रा प्रतियोगिता में हिस्सा लें और अपना कीर्तिमान स्थापित करें.
इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय के नाम हैं कई ख्याति
आकांक्षा के साथ पढ़ने वाली उनकी सहपाठी भी इस पुरस्कार से काफी उत्साहित है. उसका कहना है कि आज उसके स्कूल का नाम पूरे देश भर में रौशन हुआ है. वहीं,
स्कूल की प्राचार्य कहती हैं कि इस पुरस्कार से से सभी उत्साहित है. पुरस्कार तो एक छात्र को मिला है, लेकिन इस पुरस्कार का अन्य छात्रों पर भी गहरा असर पड़ रहा है. अब अन्य छात्राएं भी चाहती हैं कि वह कुछ ऐसा करें, जिससे उसका भी नाम राष्ट्रीय स्तर पर हो. उनका यह भी कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है. इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय के नाम कई ख्याति है, लेकिन एक और ख्याति अब जुट गया है. यह सम्मान राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया जाता है, लेकिन कोरोना के कारण राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. पुरस्कार पोस्ट से भेजा गया है.
ये भी पढ़ें-उर्दू को सम्मान दिलाने के लिए छेड़ी मुहिम, सेमिनार कर उर्दू शिक्षा को बढ़ावा देने पर दिया जोर
देश का सर्वोच्च बाल पुरस्कार है बाल श्री
निसंदेह किसी भी छात्र-छात्रा के लिए उत्साह का फल होता है, जब उसकी रचना पूरे देश भर में पहचानी जाए. जिस तरह से गोड्डा की रहने वाली आकांक्षा ने रचना के क्षेत्र में खुद को स्थापित किया है, वह अन्य छात्राओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है. राष्ट्रीय बाल संवाद 9 से 16 साल की आयु वर्ग के रचनात्मक बच्चों के लिए भारत सरकार की ओर से प्रदत सम्मान है. बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्वायत्त निकाय ने राष्ट्रीय बाल भवन की ओर से इस सम्मान में एक पट्टिका, एक प्रमाण पत्र और नगद पुरस्कार दिया है. राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम के दौरान दिया जाता है. महत्वपूर्ण बात यह है कि बाल श्री सम्मान भारत के 3 राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है. बाल श्री देश का सर्वोच्च बाल पुरस्कार है.