हजारीबाग: समाज में अभी भी कई ऐसे लोग हैं जो कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिससे उन लोगों को भला होता है. जिनका कोई नहीं है. हजारीबाग के बरकट्ठा के बुचाई गांव में 2 बच्चे से थे. जिनके माता-पिता इस दुनिया में नहीं है, ऐसे में गांव के लोग और आसपास के पड़ोस के लोगों ने पाल पोस रहे थे, लेकिन बरकट्ठा के समाजसेवी ने उन्हें गोद लिया है. साथ ही उन्होंने बच्चों के इंटर तक की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी ली है.
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क्या कहते हैं समाजसेवी
उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में शादी में भी कोई समस्या आएगी, तो वह शादी में भी मदद करेंगे. समाजसेवी का कहना है कि हर एक व्यक्ति को जो समर्थ है. उन्हें ऐसा काम करना चाहिए. इससे दो लाभ मिलेगा पहला तो आत्मा की संतुष्टि होगी. दूसरा बच्चों की अच्छी परवरिश हो जाएगी.
बच्चों को मिलेगी मां की ममता
बरही एसडीओ कुमार ताराचंद ने विधिवत इन लोगों को बच्चा गोद देने की कार्रवाई की है. वही समाज के अन्य लोगों ने समाजसेवी के इस कदम का स्वागत किया है. और कहा है कि अगर ऐसी मानसिकता लोगों में आए, तो हमारे समाज के ऐसे बच्चे जो बिना माता-पिता के उन्हें ममता मिल जाएगी.