हजारीबाग: स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया, जो भारत का अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान के रूप में देखा जा रहा है. पिछले 2 वर्षों से चाइल्ड लाइन राष्ट्रीय अभियान में मानवीय मूल्य जुड़ने के लिए बच्चों के साथ वार्षिक गतिविधि का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है.
चाइल्ड लाइन स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े कई कार्यक्रम का आयोजन लगातार किया है. स्वच्छता अंदर और बाहर की सोच पर ध्यान केंद्रित कैसे किया जाए, इससे बच्चों को जोड़ने की कोशिश की गई. बच्चों के साथ दुर्व्यवहार, उनके अधिकार के उल्लंघन और असुरक्षित वातावरण जैसे विभिन्न बिंदुओं पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका समापन किया गया.
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कार्यक्रम के आयोजक चाइल्ड लाइन हजारीबाग की सदस्य ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कई स्टेकहोल्डर की मदद ली गई है, जिसका एकमात्र उद्देश्य बच्चों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करना था. इसे लेकर ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
वहीं, कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले छात्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम से उन लोगों को काफी लाभ मिला है, वह हजारीबाग ही नहीं बल्कि रांची, पटना जैसे बड़े शहरों में जाकर भी कार्यक्रम में हिस्सा ले चुके हैं, जिससे उनका मनोबल ऊंचा हुआ है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में यह बताया गया कि लोगों को अपने घर के आस-पास तो स्वच्छता रखनी ही है साथ ही साथ अपने अंदर जो बुराई है उसे भी समाप्त करना है, वह भी एक तरह की गंदगी है.
पिछले 2 साल से चले आ रहा कार्यक्रम समाप्त हो गया, जिममें यह संदेश दिया गया कि लोगों को स्वच्छ भारत की परिकल्पना तभी पूरी होगी जब हम अपने आसपास के साथ-साथ अपने अंदर की गंदगी को समाप्त किया जाए. कार्यक्रम को लेकर छात्रों में खासा उत्साह भी देखा गया. छात्रों ने भी यह विश्वास दिलाया कि हम अपने अंदर की बुराई को भी खत्म करेंगे, तभी देश स्वस्थ होगा.