हजारीबाग: जिले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी होने के मामले को लेकर प्रशासनिक खेमे में खलबली मच गई है. एक ओर मामले की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है, पदाधिकारी तफ्तीश में जुट गए हैं, तो दूसरी और अब जनता इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रही है, साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दे रही है.
पिछले 2 दिनों से हजारीबाग में ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी मामले को लेकर जांच अभियान तेज हो गया है. हजारीबाग के एसपी खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और एसआईटी का गठन किया गया है. बीते 18 मई को कुछ सिलेंडर मिलने की बात भी कही जा रही है. अब तक यह बात स्पष्ट नहीं हो रहा है कि आखिर कितने सिलेंडर चोरी हुए हैं और इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन क्या कर रहा है. हजारीबाग के कुछ समाजसेवी और प्रबुद्ध लोग पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि हजारीबाग में जब लोग ऑक्सीजन के बिना तड़प-तड़प कर मर रहे हैं, उस वक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी हुई है, यह बहुत बड़ा अपराध है.
अस्पताल के पदाधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मामले की न्यायिक जांच हो. वर्तमान में जो भी उच्च पदाधिकारी अस्पताल में हैं, उन्हें अविलंब बर्खास्त करने की जरूरत है, अगर बर्खास्त नहीं किया जाएगा तो आम जनता को आगे आकर आंदोलन करने की जरूरत है.