हजारीबाग: 13 अप्रैल 2019 को रूबी कुमारी हत्याकांड मामले का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को अभियुक्त बनाया था. जिसमें राहुल मेहता, रवि कुमार मेहता और उसके पिता लखन मेहता पहले से ही जेल में हैं. जबकि चौथे शख्स शशीकांत मेहता की गिरफ्तारी बुधवार को की गई. जिसके बाद पूरे कांड पर से पर्दा उठ गया है.
बता दें कि राहुल मेहता, रवि कुमार और उनके पिता लखन मेहता ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल नहीं किया था हालांकि सारे सबूत उनके खिलाफ थे. जबकि गिरफ्तार शशिकांत मेहता ने पुलिस के सामने सारा गुनाह कबूल कर पूरी प्लानिंग और हत्या में शामिल सभी की भूमिका का खुलासा किया. जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.
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क्यों की गई थी हत्या
इस हत्याकांड के संबंध में पुलिस का कहना है कि रूबी कुमारी दलित परिवार से आती थी जिसका उच्च जाति के लड़के राहुल कुमार से प्रेम प्रसंग चल रहा था. मामले की जानकारी जब रूबी कुमारी के परिवार को हुई तो उन्होंने राहुल कुमार पर एससी-एसटी थाने में मामला दर्ज कराया. जिसके बाद राहुल मेहता को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल में दोनों के परिवार के बीच इस बात पर सुलह हुई कि जेल से निकलने के बाद वह रूबी कुमारी से शादी करेगा, लेकिन क्योंकि रूबी कुमारी दलित परिवार से थी, इसलिए राहुल मेहता, रवि कुमार और लखन मेहता नहीं चाहते थे कि यह शादी होने पाए. इस शादी से बचने के लिए ही तीनों ने 13 अप्रैल को लड़की को मुलाकात करने को बुलाया. इसके बाद वे मोटरसाइकिल को जंगल की ओर ले गए. जहां गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
10 से 12 फीट गड्ढा कर शव को जमीन में किया था दफन
शव को ठिकाने लगाने के लिए शशीकांत मेहता जो कि राहुल मेहता का जेसीबी चलाता था उसकी मदद ली गई. उसने जंगल में 10 से 12 फीट गड्ढा कर शव को जमीन में दफन कर दिया. शशीकांत मेहता की निशानदेही के बाद पुलिस ने इचाक थाना अंतर्गत लोधरा जंगल से शव बरामद किया है. इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आगे की प्रक्रिया तेज कर दी है.