हजारीबाग: बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने एनटीपीसी और इसकी सहायक कंपनी त्रिवेणी सैनिक माइनिंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, उन्होंने स्वयं ग्रामीणों के साथ ट्रांसपोर्टिंग सड़क पर बैठ कर आंदोलन की शुरुआत कर दी है.
ग्रामीणों ने विधायक अंबा प्रसाद से की शिकायत
इस संबंध में बड़कागांव प्रखंड के कांग्रेस मीडिया प्रभारी गौतम वर्मा ने प्रेस ब्यान जारी करते हुए कहा कि 2 दिन पूर्व पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विस्थापितों और रैयतों के द्वारा मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर एनटीपीसी और उसकी सहयोगी कंपनी त्रिवेणी सैनिक द्वारा किए जा रहे खनन, प्रेषण और परिवहन को बंद करा दिया गया था. कांग्रेस मीडिया प्रभारी गौतम ने आगे कहा कि इस बीच 2 दिन परिवहन ठप रहने के बाद एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक ने गुंडों को भेजकर ग्रामीण को डरा धमका कर पुनः परिवहन को चालू करा लिया, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने विधायक अंबा प्रसाद से की थी.
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कंपनी में सभी तरह के कार्य बंद
कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने कहा कि अंबा प्रसाद धरना स्थल पर पहुंचकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक के सभी तरह के कार्यों को बंद कर समर्थन दिया. मौके पर विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि कंपनी जब तक मुआवजा और नौकरी पर ग्राम सभा के माध्यम से जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता कर विस्थापितों और प्रभावितों को संतुष्ट नहीं करती है तब तक कंपनी में सभी तरह के कार्य बंद रहेंगे.
रोजगार सत्याग्रह की घोषणा
विधायक ने आगे कहा कि जनता के हित में बड़कागांव, टंडवा, पिपरवार और उरीमारी सहित तमाम विस्थापितों का हक, अधिकार, मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर आज से ‘रोजगार सत्याग्रह’ की घोषणा करती हूं. यह सत्याग्रह कंपनियों द्वारा विस्थापितों और प्रभावितों के साथ जब तक सफल वार्ता नहीं होती है तब तक एनटीपीसी के सभी तरह के कार्य बंद रहेंगे.