हजारीबाग: जिले में बिगड़ती यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जल्द ही बड़े कदम उठाए जाएंगे. शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है. पहले यहां की जनसंख्या 40 से 50 हजार थी, लेकिन जिस रफ्तार से आबादी बड़ी वैसे सुविधा नहीं बढ़ी. आलम यह है कि आज नगर निगम क्षेत्र में लगभग 3 से 4 लाख लोग रह रहे हैं. लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था के लिए कोई ठोस कदम उठाया नहीं गया. अब जनप्रतिनिधियों ने कदम उठाते हुए हजारीबाग शहर के लिए मास्टर प्लान बनाने की बात किया है.
इन सड़कों से ब्रांच रोड निकले है. ट्रैफिक लोड कम करने के लिए बाईपास तो बनाया गया है, लेकिन इसके बावजूद शहरी ट्रैफिक में कमी नहीं हुई है. प्रत्येक घर में गाड़ियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. इस कारण सड़क पर गाड़ियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. इन दिनों में रोजगार की संभावना भी हजारीबाग में बढ़ी है. इस कारण बाहर से भी लोग आकर हजारीबाग में बसे हैं. ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अब जनप्रतिनिधियों ने मास्टर प्लान बनाने की बात कही है.
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प्लान को जल्द धरातल पर उतारने की जरूरत
हजारीबाग के सांसद जसंत सिन्हा ने कहा है कि हजारीबाग उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से इस बाबत चर्चा भी की गई है. हम लोग आम जनता, व्यवसाई ,फुटपाथ दुकानदार सभी से वार्ता भी करेंगे और इसके बाद सुनियोजित तरिके से मास्टर प्लान बनाया जाएगा. वहीं हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल का भी कहना है कि शहर को व्यवस्थित करने के लिए मास्टर प्लान बेहद जरूरी है. आबादी बढ़ी है लेकिन व्यवस्था नहीं बढ़ी है. अब व्यवस्था बढ़ाने की जरूरत है, जिस तरह से अब जनप्रतिनिधियों ने शहर में मास्टर प्लान बनाने की बात कही है यह काबिले तारीफ है, लेकिन जरूरत है जल्द से जल्द इसे धरातल पर उतारने की.