हजारीबाग: चौपारण पंचायत भगहर के ग्राम परसातरी निवासी 35 वर्षीय बसंत यादव की मौत संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई. इस संबंध में मृतक की पत्नी गुड़िया देवी ने चौपारण थाने में आवेदन दिया है. थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन के आलोक में मामला दर्ज कर स्थानीय पुलिस से संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल भेज दिया गया.
क्या है आरोप
गुड़िया देवी की तरफ से थाना में दिए गए आवेदन में लिखा गया है कि पिछले माह 16 अक्टूबर को मेरे पति को मेरा ममेरा देवर विकास यादव पिता बासुदेव यादव, ग्राम हलमता, थाना ईटखोरी, जिला चतरा अपने साथ काम करने के लिए मुंबई ले गया था. 6 नवंबर को मुझे मोबाइल पर सूचना मिली कि उसका पति डॉ. उल्हास पाटिल मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल जलगांव खुर्द, थाना नसीराबाद, जिला जलगांव (महाराष्ट्र) में भर्ती है.
सूचना मिलते ही मुंबई में काम कर रहे मेरे चचेरे देवर सत्येंद्र यादव पिता लालबिहारी यादव (परसातरी) और मेरा भाई मनोज कुमार यादव पिता कारू यादव को उक्त अस्पताल भेजा गया. वहां जाकर दोनों ने देखा कि बसंत यादव बेहोशी हालत में अस्पताल में पड़ा हुआ है.
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ममेरे देवर पर लगाया आरोप
डॉक्टर ने बताया कि 20 अक्टूबर को स्थानीय नसीराबाद (जलगांव) पुलिस की तरफ से इसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तभी से इसकी हालत गंभीर बनी हुई है. डॉक्टर की सलाह पर बेहतर इलाज के लिए उसे एम्बुलेंस से दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे. उसी बीच मेरे पति की मौत हो गई.
जानकारी के अभाव में मेरे पति के शव को मेरा चचेरा देवर और भाई घर लेकर आ गए. इस बीच एक बार भी मेरे पति को साथ ले गए ममेरा देवर विकास यादव ने घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दिया. इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे पति को अपने साथ ले गए मेरा ममेरा देवर विकास यादव, ग्राम हलमता (इटखोरी) ने मुंबई जाने के क्रम में रास्ते (जलगांव) में बर्बरतापूर्ण तरीके से मारपीट कर अधमरा हालत में फेंक दिया.