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हजारीबाग में इंटरनेट के जरिये निजी जिंदगी में झांकने का खेल, ब्लैकमेलिंग के भी केस बढ़े - सेक्सटॉर्शन

हजारीबाग में इंटरनेट के जरिये किशोर-किशोरियों की निजी जिंदगी में झांकने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. सोशल मीडिया से दूसरों की फोटो और अन्य जानकारियां चुराने के बाद उसे ब्लैकमेल करने के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. इसको लेकर पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

cases of sextortion in hazaribagh
सेक्सटॉर्शन
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Published : Mar 1, 2021, 8:59 PM IST

हजारीबागःहजारीबाग में इंटरनेट के जरिये किशोर-किशोरियों की निजी जिंदगी में झांकने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसको लेकर हजारीबाग पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. पुलिस का कहना है कि इंटरनेट ने जीवन शैली बदल दी है. चाहे बाजार जाना हो या फिर डॉक्टर को फीस देना हो, लेकिन इन सहूलियतों के इस्तेमाल करने में असावधानी कई लोगों के लिए भारी पड़ रही है. इंटरनेट के रास्ते कई अपराधी लोगों की निजी जिंदगी में ताक-झांक कर रहे हैं और लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते वक्त जरूरी सावधानियां बरतें.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें- साइबर अपराधियों ने अपनाया ठगी का नया रास्ता, जानें पूरी खबर



स्मार्ट व्यवहार की जरूरत
लोगों ने एक्सटॉर्शन यानी जबरन वसूली के बारे में सुना है, लेकिन अब साइबर ठग सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं. पहले यह ट्रेंड अमेरिका और यूरोप जैसे देश में था, लेकिन अब धीरे-धीरे भारत के हजारीबाग जैसे छोटे जिले में भी यह प्रवृत्ति देखने को मिल रही है. इस तरह के मामले में हजारीबाग पुलिस ने भी कई लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें सलाखों के पीछे भेजा है. हजारीबाग के बरकट्ठा में इस तरह का रैकेट इन दिनों सक्रिय है. ऐसे में हजारीबाग एसपी भी कहते हैं कि स्मार्टफोन रखना तो आम बात है, लेकिन स्मार्ट तरीके से व्यवहार करना जरूरी है. अगर स्मार्ट फोन का दुरुपयोग हो तो आप सेक्सटॉर्शन जैसे मामले में फंस सकते हैं.


नाबालिग निशाने पर
अगर कोई व्यक्ति किसी गलत वेबसाइट, डेटिंग वेबसाइट या फिर किसी ऐसी वेबसाइट को विजिट करता है जो सिक्योर नहीं है तो हैकर सॉफ्टवेयर के जरिए आपकी डिटेल का बैकअप क्रिएट कर लेते हैं. इसके बाद उस वेबसाइट को विजिट करने वाले का नंबर, ईमेल आईडी और सोशल मीडिया अकाउंट को तलाशते हैं. इसके बाद आपसे अलग-अलग तरीके से जुड़ कर आप को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हैं. इस तरह के अपराध में सबसे पहले नाबालिग लड़के-लड़कियों को टारगेट किया जाता है.

ऐसे कर रहे ठगी

हजारीबाग में ठग सबसे पहले किसी महिला की फोटो के साथ सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाते हैं. इसके बाद फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और फिर मैसेंजर, मैसेज और व्हाट्सएप पर कुछ लिख कर भेजते हैं. जब सामने वाले को प्रोफाइल देख कर रिक्वेस्ट स्वीकार करते हैं तो बातचीत का सिलसिला होता शुरू हो जाता है. इसी के बीच आप अपराधी के चंगुल में फंस जाते हैं और फिर आप को ब्लैकमेल किया जाता है.

हजारीबागःहजारीबाग में इंटरनेट के जरिये किशोर-किशोरियों की निजी जिंदगी में झांकने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसको लेकर हजारीबाग पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. पुलिस का कहना है कि इंटरनेट ने जीवन शैली बदल दी है. चाहे बाजार जाना हो या फिर डॉक्टर को फीस देना हो, लेकिन इन सहूलियतों के इस्तेमाल करने में असावधानी कई लोगों के लिए भारी पड़ रही है. इंटरनेट के रास्ते कई अपराधी लोगों की निजी जिंदगी में ताक-झांक कर रहे हैं और लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते वक्त जरूरी सावधानियां बरतें.

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स्मार्ट व्यवहार की जरूरत
लोगों ने एक्सटॉर्शन यानी जबरन वसूली के बारे में सुना है, लेकिन अब साइबर ठग सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं. पहले यह ट्रेंड अमेरिका और यूरोप जैसे देश में था, लेकिन अब धीरे-धीरे भारत के हजारीबाग जैसे छोटे जिले में भी यह प्रवृत्ति देखने को मिल रही है. इस तरह के मामले में हजारीबाग पुलिस ने भी कई लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें सलाखों के पीछे भेजा है. हजारीबाग के बरकट्ठा में इस तरह का रैकेट इन दिनों सक्रिय है. ऐसे में हजारीबाग एसपी भी कहते हैं कि स्मार्टफोन रखना तो आम बात है, लेकिन स्मार्ट तरीके से व्यवहार करना जरूरी है. अगर स्मार्ट फोन का दुरुपयोग हो तो आप सेक्सटॉर्शन जैसे मामले में फंस सकते हैं.


नाबालिग निशाने पर
अगर कोई व्यक्ति किसी गलत वेबसाइट, डेटिंग वेबसाइट या फिर किसी ऐसी वेबसाइट को विजिट करता है जो सिक्योर नहीं है तो हैकर सॉफ्टवेयर के जरिए आपकी डिटेल का बैकअप क्रिएट कर लेते हैं. इसके बाद उस वेबसाइट को विजिट करने वाले का नंबर, ईमेल आईडी और सोशल मीडिया अकाउंट को तलाशते हैं. इसके बाद आपसे अलग-अलग तरीके से जुड़ कर आप को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हैं. इस तरह के अपराध में सबसे पहले नाबालिग लड़के-लड़कियों को टारगेट किया जाता है.

ऐसे कर रहे ठगी

हजारीबाग में ठग सबसे पहले किसी महिला की फोटो के साथ सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाते हैं. इसके बाद फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और फिर मैसेंजर, मैसेज और व्हाट्सएप पर कुछ लिख कर भेजते हैं. जब सामने वाले को प्रोफाइल देख कर रिक्वेस्ट स्वीकार करते हैं तो बातचीत का सिलसिला होता शुरू हो जाता है. इसी के बीच आप अपराधी के चंगुल में फंस जाते हैं और फिर आप को ब्लैकमेल किया जाता है.

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