हजारीबाग: अथर्व बक्शी अपनी प्रतिभा की बदौलत देश और दुनिया में हजारीबाग के साथ पूरे झारखंड का नाम रोशन कर रहा (Atharv Bakshi Rocking With His Singing Talent) है. घर-घर में लोग अथर्व को पहचानने लगे हैं. अथर्व एक टीवी कार्यक्रम में शनिवार और रविवार को रात 9 बजे से प्रसारित होने वाले सारेगामापा कार्यक्रम के सबसे ज्यादा चहेता बाल कलाकार है. इनकी गायकी के फैन वैसे तो सभी हैं, लेकिन फैंस में जजेज सहित सभी जूरी मेंबर भी शामिल हैं. इतनी कम उम्र में अथर्व संगीत की जिस ऊंचाई पर पहुंचा है, ये आज के बालकों के लिए एक मिसाल है.
कौन है अथर्वः लगभग 20 वर्षो पूर्व जब हजारीबाग में एक-दो ऑर्केस्ट्रा थे, उसमें से एक ऑर्केस्ट्रा का नाम रैनबो म्यूजिकल ग्रुप हुआ करता था. उस ग्रूप में सतेंद्र बक्शी उर्फ मिंटू अपनी गायकी से पूरे क्षेत्र में अपनी पहचान बनायी थी. यह वो दौर था जब गाना सुनने के लिए लोग टेप और रेडियो का सहारा लिया करते थे. उस दौर में लाइव परफॉर्मेस बहुत बड़ी बात थी. किसी भी लाइव स्टेज शो में लोग सुनने के लिए 50 किलोमीटर का सफर तय कर आते थे. अथर्व उसी सतेंद्र बक्शी का पुत्र (Atharv Son Of Satendra Bakshi) है. समय के थपेड़ों के कारण सत्येंद्र को म्यूजिक छोड़ कर मुंबई में जॉब करना पड़ा. लेकिन कलाकारी रग-रग में बसे होने के कारण उनका पुत्र अथर्व भी संगीत में ऐसा रमा कि वह आज न सिर्फ हजारीबाग और झारखंड, बल्कि नवी मुंबई का भी नाम रोशन कर रहा है.
जजेज और जूरी का चहेता है अथर्वः अथर्व अपनी मेलोडी और क्लासीकल गानों के वजह से सारेगामापा कार्यक्रम के जूरी और जजेज के दिलों में राज कर रहा (Atharv Is Ruling The Hearts Of Judges) है. हर शो के बाद दिगज कलाकार शंकर महादेवन और अन्नू मलिक का इनको विशेष आशीर्वाद मिलता है. यही नहीं एक गाने के बाद तो प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन ने अथर्व को सारेगामापा शो का सबसे उम्दा कलाकार बताया है.सोशल मीडिया और सारेगामापा में जहां सारे प्रतिभागी अपने लिए वोट की अपील कर रहे हैं, वहीं ईटीवी से बात करते हुए पिता सतेंद्र बक्शी ने अपने सिंगर बेटे के लिए लोगों से वोटिंग करने की अपील की है. इस संबंध में पिता ने लोगों का आभार व्यक्त करते हुआ बताया कि अभी अथर्व टॉप 8 में पहुंच चुका है.