हजारीबागः रामनवमी को लेकर शहर के बाजार महावीरी झंडे से पटे पड़े हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से झंडा खरीदने वाले लोग नहीं पहुंच रहे हैं. स्थिति यह है कि इक्का-दुक्का लोग दुकानों पर आते हैं और झंडा खरीद लौट जा रहे हैं.
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हजारीबाग में रामनवमी पर्व का उत्साह कम दिख रहा है. सड़कों पर लोगों की भीड़ सामान्य दिनों से कम हैं. प्रत्येक चौक चौराहों पर बड़े-बड़े महावीरी पताका दिख रहे हैं, लेकिन खरीदार नहीं हैं. दरअसल, रामनवमी को लेकर बड़ी संख्या में छोटी-छोटी दुकानें भी सजती थी, जो कोरोना संक्रमण के कारण कम है. ग्राहक भी इक्का-दुक्का आकर झंडा खरीद अपने घर लौट जा रहे हैं. इससे दुकानों में ग्राहकों की भीड़ नजर नहीं आ रही है.
इक्का-दुक्का पहुंच रहे झंडा खरीदार
दुकानदार बताते हैं कि इक्का-दुक्का लोग आकर झंडा खरीद चले जाते हैं. रामनवमी के दिन शहर के हर व्यक्ति अपने घरों पर झंडा लगाते हैं. यह परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है, लेकिन संक्रमण की वजह से लोग कम आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं, ताकि संक्रमण का फैलाव नहीं हो सके.
नहीं निकलेगा जुलूस
हजारीबाग में पिछले 100 साल की परंपरा कोविड-19 के कारण टूटी है. यहां की रामनवमी का जिक्र लोकसभा में भी हो चुका है. लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया है. इससे शहर में रामनवमी का जुलूस नहीं निकला जाएगा.