हजारीबाग: दुर्गा पूजा भक्तिी के साथ-साथ मस्ती और उमंग का त्योहार है. सबसे अधिक मस्ती बच्चे करते हैं. हजारीबाग के मटवारी में संत रॉबर्ट मलिक उच्च विद्यालय की बच्चियां अपना सामाजिक दायित्व पूरा करते हुए दिख रही हैं. स्काउट की यह छात्राएं पंडाल में सेवा दे रही हैं. सुबह 8 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक पूरे 12 घंटे ये छात्राएं पंडाल के आसपास ही रहती हैं.
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12 छात्राएं दे रही सेवा: महिला और पुरुष के लिए अलग पंक्तियां बनाती स्काउट की छात्राएं देखीं गईं. छात्राएं आम लोगों को गंदगी नहीं फैलाने और स्वच्छता का संदेश दे रही हैं. कुछ छात्राएं यह भी बता रही हैं कि वह अपने साथ आए बुजुर्ग और बच्चों का ख्याल रखें. कहा जाए तो 15 साल की बच्चियां पूरी जिम्मेदारी निभाती दिख रही हैं. इनमें नंदनी कुमारी, प्रिया कुमारी, दिव्या कुमारी, नीतू कुमारी समेत 12 छात्राएं शामिल हैं.
छात्रा नीतू कुमारी ने क्या कहा: नीतू कुमारी ने कहा कि रात के 8 बजे उनकी सेवा समाप्त हो जाएगी और वह अपने घर चली जाएंगी. उसके बाद माता-पिता और अन्य लोगों के साथ दुर्गा पूजा घूमने के लिए निकलेंगी. उनका यह भी कहना है कि पंडाल में सेवा देने में काफी अच्छा लग रहा है. स्काउट में यह बताया भी जाता है कि सेवा देना सबसे बड़ा दायित्व है और इसी दायित्व का निर्वहन वे कर रही हैं.
दरअसल हजारीबाग के मटवारी स्थित गांधी मैदान स्थित 80 फीट ऊंचा आकर्षक पूजा पंडाल बनाया गया है. यह पूजा पंडाल केरल के सुप्रसिद्ध पद्मावत मंदिर का प्रारूप है. आकर्षक पंडाल बनने के बाद यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में माता का दर्शन करने के लिए लोग पहुंच रहे हैं.