हजारीबागः जिला के बड़कागांव प्रखंड स्थित चंदौली ग्राम निवासी 19 वर्षीय सदानंद कुमार ने दौड़ में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाकर हजारीबाग का नाम रोशन किया है. सदानंद कुमार हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स (Khelo India Youth Games) में देश के सबसे तेज धावक बनने का रिकॉर्ड कायम कर स्वर्ण पदक जीता है. इसको लेकर डीसी ने सदानंद कुमार को सम्मान दिया और उनके आगे के खेलों के लिए शुभकामनाएं दीं.
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हजारीबाग की धरती राष्ट्रीय स्तर पर कई बार अपना पहचान बनाई है. शिक्षा, लेखनी और अब खेलकूद के क्षेत्र में भी यहां के युवा अपनी पहचान देश में बना रहे है. खेलो इंडिया युथ गेम्स में हजारीबाग के बड़कागांव निवासी सदानंद कुमार ने देश के सबसे तेज धावक बनने का रिकॉर्ड बनाया है. जिसने युवा मामले व खेल मंत्रालय भारत सरकार से हरियाणा में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में यह रिकॉर्ड बनाया. सदानंद ने 100 मीटर फर्राटा दौड़ में ऋतिक मल्लिक द्वारा 2019 में बनाए गए 10.65 सेकंड के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. सदानंद ने 10.63 सेकंड में दौड़ पूरा कर स्वर्ण पदक (athlete Sadanand Kumar national record) जीता.
स्वर्ण पदक जीतने के बाद सदानंद हजारीबाग पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय ने उसे बुके और मोमेंटो देकर उनकी हौसला अफजाई की. साथ ही उसे विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन आपको मदद भी करेगा. इस दौरान उसे प्रैक्टिस करने के लिए स्पोर्ट्स किट भी उपायुक्त के द्वारा दिया गया.
सदानंद हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड के एक साधारण कृषक परिवार से हैं. उनके पिता का देहांत हो चुका है. सदानंद के दादा खेती-बाड़ी करके घर चलाते हैं और मां घर का काम करती हैं. सदानंद की पढ़ाई हजारीबाग के एक निजी स्कूल में संपन्न हुई है. सदानंद बताते हैं कि गांव में भी हमेशा दौडा करते थे. स्कूल में दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन हिस्सा लिया, इसके बाद स्टेट, नेशनल अंडर 14 खेला. अब खेलो इंडिया यूथ गेम में अपनी जगह बनाई है.
उन्होंने कहा कि इसके पहले भी खेलो इंडिया में हिस्सा लिया था लेकिन अच्छा रैंक नहीं आया. लेकिन हिम्मत नहीं हारी और लगातार प्रैक्टिस करता रहा. 2018 में झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी रांची में चयन हुआ. इसके बाद लगातार मेहनत का दौर जारी है. उनका कहना है कि 2024 ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड लाना मेरी तमन्ना है. वर्तमान समय में पटियाला में वर्ल्ड चैंपियनशिप सलेक्शन के लिए प्रतियोगिता होनी है. अगर सदानंद इसमें कंपीट करेंगे तो आने वाले दिनों में साउथ अमेरिका में दौड़ते हुए नजर आएंगे. उनका कहना है पहले मुझे वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में अपना जगह बनाना है. इसके लिए उसकी तैयारी चल रही है.
सदानंद ने आज यह बता दिया कि छोटे गांव से भी खेल के क्षेत्र में अपनी जगह बनाई जा सकती है. जरूरत है सिर्फ ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करने की. आने वाले समय के लिए ईटीवी भारत भी सदानंद को ढेर सारी शुभकामनाएं देता है कि वह देश का नाम इसी तरह रोशन करते रहे.