हजारीबाग: बड़कागांव प्रखंड में हरली गांव के लोग एक घटना से हैरान हो गए हैं. दरअसल, यहां पानी में आग लग गई, जिसके चलते ये घटना अब चर्चा का विषय बन गई है. इसे देखने के लिए बड़कागांव के लोग क्षेत्र में पहुंच रहे हैं.
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क्या है पूरा मामला
एक साल पहले बोरिंग करने के बाद उसे छोड़ दिया गया. ग्रामीणों का कहना है कि कोयला या फिर गैस की जांच करने के लिए बाहर से पदाधिकारी पहुंचे थे. उन्होंने बोरिंग किया था, उस वक्त पानी निकला और पदाधिकारी जांच करने के बाद चले गए. पदाधिकारियों के जाने के बाद भी कभी कभी पानी निकलता था. लेकिन कुछ दिनों से पानी पूरे दिनभर निकलता रहता है. जब उसमें माचिस से आग लगाई जाती है, तो वो धधक उठती है. ऐसे ही कुछ मिनटों में बुझ भी जाती है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
कुछ लोगों का मानना है कि यहां मीथेन गैस मौजूद है और मीथेन गैस पानी के जरिए ऊपर आ रही है, जिसके चलते पानी में आग लग रही है.
ग्रामीणों ने दी जानकारी
ग्रामीणों ने जानकारी दी कि ये गेहूं का खेत है, पिछले दिनों बोरिंग के पानी में आग लगी, इसकी जानकारी हम लोगों ने प्रशासन को भी दी है. हालांकि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. इस घटना से इलाके में दहशत है और चर्चा का विषय बना हुआ है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
बोरिंग के पानी में आग लगने की घटना पर रसायन शास्त्र के प्रोफेसर का कहना है कि पानी में मीथेन गैस के मिश्रण के कारण ऐसी घटना हुई होगी. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि बोरिंग से नीचे मीथेन गैस का भंडार है, उस भंडार की जांच करने की आवश्यकता है. जब जांच किया जाएगा तो असल कारण पता चल पाएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि अत्यधिक रिसाव के कारण दुष्परिणाम हो सकता है.