हजारीबागः जिले में इन दिनों फर्जी डिग्रीधारी डॉक्टर धड़ल्ले से अपना नर्सिंग होम चला रहे हैं और प्रशासन को इस बात की जानकारी तक नहीं है. इस बात का खुलासा रांची में हुआ है जब कागजात की जांच में हजारीबाग में मां नर्सिंग होम चलाने वाले उज्ज्वल कुमार सिन्हा का दस्तावेज फर्जी पाया गया.
हजारीबाग के राजा बंगला परिसर और नूरा रोड में दो जगह पर मां नर्सिंग होम नाम के दो सेंटर का संचालन हो रहा था. फर्जी कागजात पर स्वास्थ्य विभाग से नर्सिंग होम का निबंधन करा लिया गया था. यही नहीं नर्सिंग होम संचालक ने बैंक से लाखों रुपया का लोन भी पास करा लिया. मामले का उजागर रांची में हुआ है. जब डॉ उज्ज्वल कुमार सिन्हा फर्जी प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन में लगाकर झारखंड राज्य चिकित्सा पर्षद में खुद को एमबीबीएस डॉक्टर के रूप में निबंधित कराने की फिराक में थे. आवेदन जमा करने के दौरान प्रमाण पत्रों का सत्यापन के क्रम में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है.
झारखंड राज्य चिकित्सा परिषद की शिकायत पर फर्जी डॉक्टर वेद प्रकाश द्विवेदी जो कोडरमा और उज्जवल कुमार सिन्हा जो हजारीबाग के हैं. उन्हें गिरफ्तार कर जालसाजी एवं धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया गया है. जिस तरह शहर के बीचोबीच खुलेआम अवैध नर्सिंग होम का गोरखधंधा चल रहा है, यह खतरे की घंटी है. डॉक्टर फर्जी डिग्री लेकर ना सिर्फ इलाज कर रहे हैं बल्कि ऑपरेशन तक कर रहे हैं. जिससे मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है.