हजारीबाग: सूबे में इन दिनों बिजली की समस्या आम हो गई है. आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों में घंटो घंटो बिजली गुल रहती है. ऐसे में आम जनता से लेकर जनप्रतिनिधि तक परेशान हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में खराब ट्रांसफॉर्मर की अब तक मरम्मती नहीं हुई है. बदहाल बिजली व्यवस्था पर सदर विधायक मनीष जयसवाल ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बिजली कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया है.
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उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन की सरकार में बिजली (Electricity) पर किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया गया है. समय बीत जाने के बावजूद 1 मीटर तार भी नहीं लगाई गई. पूरे कार्यकाल को देखा जाए तो सबसे खराब स्थिति बिजली विभाग (Electricity Department) की है. ग्रामीण क्षेत्रों में घंटों-घंटों बिजली गुल रहती है. वहीं ट्रांसफॉर्मर खराब होने की शिकायत भी आ रही है, लेकिन शिकायतों पर किसी का ध्यान नहीं है. ऐसे में उन्होंने सरकार का ध्यान खींचने के लिए एक दिवसीय धरना दिया है. धरने के दौरान उन्होंने सरकार और स्थानीय प्रबंधन को चेताया भी है कि अगर हजारीबाग में बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई, तो इसे अब जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा. हम लोग तालाबंदी करेंगे. अधिकारियों को उनके कमरे में बंद करेंगे. जरूरत पड़ी, तो सड़क पर भी उतरेंगे.
धरना देने से बनेगी बात?
विधायक ने अपने पुराने 5 साल के कार्यकाल को भी इस दौरान गिनवाया और कहा कि हम लोगों ने वैसे गांव जहां बिजली नहीं पहुंची थी, उन्हें भी चिन्हित कर बिजली पहुंचाई है. बड़े-बड़े पावर प्लांट लगाए गए. विद्युत व्यवस्था दुरुस्त की गई, लेकिन पिछली सरकार ने जो विकास का कार्य चलाया था, उसे रोक दिया और आलम ये है कि हमें अब ढिबरी युग में रहना पड़ रहा है. बरहाल, ये धरना कितना असरदार रहता है, ये तो देखने वाली बात होगी.