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हजारीबाग सदर अस्पताल में बनेगा जिरियाट्रिक वार्ड, बुजुर्ग मरीजों की होगी बेहतर देखभाल

हजारीबाग में बुजुर्गों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए जिरियाट्रिक वार्ड का निर्माण कराया जा रहा है. इस वार्ड में बुढ़ापे से संबंधित गंभीर बीमारियों का इलाज बेहतर तरीके से किया जा सकेगा.

जिला अस्पताल, हजारीबाग
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Published : Jul 22, 2019, 8:05 PM IST

हजारीबागः जिला में अब लोगों को अपने बुजुर्ग परिजनों के इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. बहुत जल्द सदर अस्पताल वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर सुविधा देने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए नए वार्ड का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें 60 साल से ऊपर के नागरिकों का इलाज किया जाएगा. जिसका नाम जिरियाट्रिक वार्ड होगा.

देखें पूरी खबर

ऐसे तो आपने अस्पताल में शिशु वार्ड, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड सुना होगा. लेकिन हजारीबाग में अब जिरियाट्रिक वार्ड अस्तित्व में आने जा रहा है. इसके लिए तैयारी भी जोर शोर से चल रही है. सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हजारीबाग में वृद्ध मरीजों के लिए एक अलग वार्ड का निर्माण कराने की रूपरेखा तैयार हो गई है. जिसे लेकर सरकार को भी खत लिखा गया है.

भवन निर्माण विभाग से अलग भवन या फिर सदर अस्पताल में जो भवन तैयार है, उसी में एक अलग वार्ड बनाने को कहा गया है. जिसमें वरिष्ठ नागरिकों का इलाज किया जाएगा. सदर अस्पताल प्रबंधन के अनुसार जिरियाट्रिक वार्ड के निर्माण से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गठिया सहित अन्य बीमारी से ग्रसित वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर इलाज में मदद होगी.

ये भी पढ़ें- रांची: सीएम रघुवर दास के प्रधान सचिव और रांची के डीसी हाथों में कुदाल लेकर पहुंचे किसानों के बीच

सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि ऐसे तो यह विभाग काफी पुराना है. विदेशों में इस विभाग का काफी अधिक महत्व है. लेकिन भारत जैसे देश में इस विभाग को लेकर सक्रियता कम देखी गई है. अब बड़े महानगरों में जिरियाट्रिक विभाग बनाया गया है. उसी तर्ज पर जिला में भी सदर अस्पताल में जिरियाट्रिक वार्ड बनाने को लेकर कवायद की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग डॉक्टर की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वृद्ध रोगियों को बेहतर से बेहतर इलाज मिल सके.

हजारीबागः जिला में अब लोगों को अपने बुजुर्ग परिजनों के इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. बहुत जल्द सदर अस्पताल वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर सुविधा देने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए नए वार्ड का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें 60 साल से ऊपर के नागरिकों का इलाज किया जाएगा. जिसका नाम जिरियाट्रिक वार्ड होगा.

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ऐसे तो आपने अस्पताल में शिशु वार्ड, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड सुना होगा. लेकिन हजारीबाग में अब जिरियाट्रिक वार्ड अस्तित्व में आने जा रहा है. इसके लिए तैयारी भी जोर शोर से चल रही है. सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हजारीबाग में वृद्ध मरीजों के लिए एक अलग वार्ड का निर्माण कराने की रूपरेखा तैयार हो गई है. जिसे लेकर सरकार को भी खत लिखा गया है.

भवन निर्माण विभाग से अलग भवन या फिर सदर अस्पताल में जो भवन तैयार है, उसी में एक अलग वार्ड बनाने को कहा गया है. जिसमें वरिष्ठ नागरिकों का इलाज किया जाएगा. सदर अस्पताल प्रबंधन के अनुसार जिरियाट्रिक वार्ड के निर्माण से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गठिया सहित अन्य बीमारी से ग्रसित वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर इलाज में मदद होगी.

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सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि ऐसे तो यह विभाग काफी पुराना है. विदेशों में इस विभाग का काफी अधिक महत्व है. लेकिन भारत जैसे देश में इस विभाग को लेकर सक्रियता कम देखी गई है. अब बड़े महानगरों में जिरियाट्रिक विभाग बनाया गया है. उसी तर्ज पर जिला में भी सदर अस्पताल में जिरियाट्रिक वार्ड बनाने को लेकर कवायद की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग डॉक्टर की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वृद्ध रोगियों को बेहतर से बेहतर इलाज मिल सके.

Intro:
हजारीबाग जिला मुख्यालय मे अब अपने बुजुर्ग परिजनों के इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। बहुत जल्द सदर अस्पताल वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर इलाज सुविधा देने के लिए नए वार्ड का निर्माण करने जा रही है। जिसमें 60 वर्ष से ऊपर के नागरिकों के लिए अलग वार्ड बनाया जाएगा। जिस वार्ड का नाम होगा जेरियाट्रिक वार्ड।


Body:ऐसे तो आपने अस्पताल में शिशु वार्ड, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड सुना होगा। लेकिन हजारीबाग में अब जिरियाट्रिक वार्ड अस्तित्व में आने जा रही है ।इसके लिए तैयारी भी जोर शोर से चल रही है। इस बाबत हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने जानकारी दिया कि हजारीबाग में वृद्ध मरीजों के लिए एक अलग वार्ड का निर्माण कराने की रूपरेखा तैयार हो गई है। जिस बाबत सरकार को भी खत लिखा जा चुका है। भवन निर्माण विभाग से अलग भवन या फिर सदर अस्पताल में जो भवन तैयार है उसी में एक अलग वार्ड बनाने को कहा गया है। जिसमें वरिष्ठ नागरिकों
का इलाज किया जाएगा। सदर अस्पताल प्रबंधन के अनुसार जिरियाट्रिक वार्ड के निर्माण से मधुमेह, उच्च रक्तचाप ,गठिया सहित अन्य बीमारी से ग्रसित वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर इलाज सुनिश्चित कराई जा सके।

सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने कहा कि ऐसे तो यह विभाग काफी पुराना है।विदेशों में इस विभाग का काफी अधिक महत्व है। लेकिन भारत जैसे देश में इस विभाग को लेकर सक्रियता कम देखी गई है। अब बड़े महानगरों में जिरियाट्रिक विभाग बनाया गया है ।उसी तर्ज पर जिला में भी सदर अस्पताल में जिरियाट्रिक वार्ड बनाने को लेकर कवायद की जा रही है ।उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग डॉक्टर की बी व्यवस्था की जाएगी ताकि वह वृद्ध रोगियों को बेहतर से बेहतर इलाज मिल सकें।

byte.... डॉ कृष्ण कुमार सिविल सर्जन सदर अस्पताल हजारीबाग


Conclusion:जिस तरह से हजारीबाग जैसे छोटे शहर में जेरियाट्रिक वार्ड बनाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि 60 वर्ष से ऊपर के मरीजों के लिए एक अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था हजारीबाग में देखने को मिलेगी।
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