हजारीबागः झारखंड कांग्रेस की ओर से उत्तरी छोटानागपुर सह प्रमंडल स्तरीय कांग्रेस पदाधिकारी प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में प्रमंडल के सभी जिला अध्यक्षों, प्रखंड अध्यक्षों और आम कार्यकर्ता शामिल हुए. कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने गठबंधन सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी बात किसी स्तर पर सुनी नहीं जा रही है. इस स्थिति में पार्टी को सरकार में रहने का क्या फायदा.
यह भी पढ़ेंःचिंतन शिविर के बाद झारखंड में कांग्रेस का कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन. 5 मार्च से 13 मार्च तक होगा आयोजन
प्रखंड और जिलाध्यक्षों ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ब्लॉक और थाने में बात नहीं सुनी जाती है. थाने में जाने पर कुर्सी पर बैठने के लिए भी नहीं कहा जाता है. उन्होंने कहा कि हम सरकार में शामिल हैं और उस सरकार में कार्यकर्ताओं को कोई अहमियत नहीं दी जा रही है. इतना ही नहीं, मंत्री और विधायक हमलोगों का फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते हैं.
विधायक अंबा प्रसाद ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार से जो मदद मिलनी चाहिए. वह नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने विस्थापन नीति को लेकर जनता से वादा किया है. लेकिन विस्थापन नीति पर सरकार स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर भी आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन इस पर भी सरकार की नींद नहीं खुली है. बेरमो विधायक कुमार जयमंगल भी सरकार की कार्य प्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि जनहित का विषय है और अधिकारी बात नहीं सुनता है तो धरना प्रदर्शन किजिए. कैसे कोई पदाधिकारी आपकी बात नहीं सुनेगा. पदाधिकारियों को कार्यकर्ता की बात सुननी होगी. उन्होंने कहा कि मंत्री धरना प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं. लेकिन विधायक और कार्यकर्ता कर सकते हैं.
जिलाध्यक्षों को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि सदस्यता अभियान तेज करना है. यह पार्टी की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि स्थानीय समस्याओं का निदान और कार्यकर्ता के सम्मान में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के साथ साथ विधायक ममता देवी, अंबा प्रसाद, उमाशंकर अकेला, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल और सांसद गीता कोड़ा और धीरज साहू उपस्थित थे.