हजारीबाग: पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले के एसपी को क्षेत्र में नशा के खिलाफ अभियान चलाने का दिशा निर्देश जारी किया है, लेकिन हजारीबाग के डाडी कला ओपी में वर्दी वाले ही अपने कार्यालय में बैठकर शराब का सेवन कर रहे थे. नवनियुक्त थाना प्रभारी अन्य पुलिसकर्मी के साथ शराब पी रहे थे. इसी दौरान वरीय पुलिस पदाधिकारी जांच के दौरान वहां पहुंचे और उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया.
एसपी के निर्देश पर जिले में नशा के खिलाफ अभियान चल रहा है, लेकिन उनके ही कनिय पदाधिकारी अगर नशा करते थाने में ही नजर आए तो आप क्या कहेंगे. बड़कागांव के डाडी कला ओपी में पदस्थापित थाना प्रभारी हिमांशु शेखर सिंह और एक अन्य जमादार सच्चिदानंद कार्यालय में ही शराब का सेवन कर रहे थे. उन्हें वरीय पदाधिकारियों ने रंगे हाथ पकड़ लिया. मामले की शिकायत मिलने के बाद एसपी कार्तिक एस ने तत्काल प्रभाव से दोनो को निलंबित कर दिया है. एसपी ने यह कार्रवाई बड़कागांव डीएसपी भूपेंद्र सिंह रावत की रिपोर्ट के आधार पर की है. एसपी की इस कार्यवाही से नव पदस्थापित थाना प्रभारियों और शराब का सेवन करने वाले पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है.
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एसपी के आदेश पर बड़कागांव थाना अंतर्गत डाड़ी कला ओपी प्रभारी के रूप में पदस्थापित किए जाने के बाद दारोगा हिमांशु शेखर सिंह ने शाम 4:00 बजे योगदान दिया. योगदान देने के बाद पूरी पुलिस की टीम नशा के व्यापारियों के खिलाफ अभियान चलाने निकले और रात 8:00 बजे अभियान समाप्त कर थाना वापस लौटे. इसी दौरान थाना प्रभारी हिमांशु शेखर ने जमादार सच्चिदानंद राय को शराब का व्यवस्था करने को कहा. रात 10:00 बजे के आसपास दोनों ने थाना में ही शराब का शेवन करना शुरू किया . इसकी जानकारी थाना के स्टाफ ने ही हजारीबाग पुलिस कप्तान कार्तिक एस को दिया. कार्तिक एस ने बड़कागांव एसडीपीओ भूपेंद्र रावत को जांच करने की जिम्मेवारी दी. जांच के दौरान उन्होंने मामले को सही पाया. बड़कागांव एसडीपीओ भूपेंद्र रावत ने इस बात की जानकारी एसपी को दी और एसपी ने महज कुछ मिनट के अंदर दारोगा और जमादार को निलंबित कर दिया है.