हजारीबागः समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो अपने कामों से लोगों को प्रेरित करते हैं. 22 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट मुन्ना सिंह वर्ष 2016-17 में हजारीबाग पदस्थापित थे. हजारीबाग से पटना स्थानांतरण हो गए. पिछले दिनों सीआरपीएफ कमांडेंट मुन्ना सिंह हजारीबाग पहुंचे, तो अपने पुराने टीम के साथ सफाई अभियान शुरू कर दिया.
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मुन्ना सिंह प्रकृति प्रेमी है. जब वे हजारीबाग में थे, तो उन्होंने कई काम किए, जिसमें पौधरोपण, जलाशयों की सफाई और दीवारों पर पेंटिंग आदि शामिल है. मुन्ना सिंह के इस कार्य को लेकर आज भी हजारीबाग के लोग याद करते हैं. हजारीबाग से पटना ट्रांसफर होकर मुन्ना सिंह चले गए, तो उनकी इस मुहिम को लोगों ने छोड़ दिया. आलम यह हुआ कि गंदगी का अंबार बढ़ता चला गया. अब वे हजारीबाग आए हैं, तो झिल की स्थिति देख परेशान हो गए. उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों को बुलाया और फिर से सफाई शुरू कर दिया. मुन्ना सिंह कहते हैं कि भले ही पटना में पदस्थापित हैं. लेकिन जहां-जहां सेवा दिया, वहां से आज भी संबंध बना हुआ है.
हमेशा चलता था सफाइ अभियान
उन्होंने इस सफाई अभियान को संचालित करने के लिए कुछ लोगों से ट्रैक्टर, हाइवा और जेसीबी मांगा और झील की सफाई शुरू कर दी. जेसीबी के चालक कहते हैं कि 5 साल पहले कमांडेंट साबह यहां थे, तो हमेशा किसी न किसी इलाके में साफ-सफाई का काम करते थे. लेकिन उनके चले जाने के बाद से लोग अभियान को भूल गए हैं.