हजारीबागः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी हजारीबाग में 7 नवंबर को परिवर्तन रैली निकालेगी. साथ ही 26 नवंबर को राजभवन के समक्ष धरना दिया जाएगा. रैली में रामगढ़, कोडरमा, चतरा से पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. हजारीबाग के धरना स्थल से रैली शहर के विभिन्न चौक-चौराहे से होते हुए वापस धरना स्थल पर पहुंचेगी, जहां रैली समाप्त होगी. जहां भाकपा की ओर से जनसभा भी आयोजित की जाएगी. यह जानकारी हजारीबाग के पूर्व सांसद और कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता भुवनेश्वर प्रसाद ने दी है.
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कमिश्नर को सौंपा जाएगा मांगों का ज्ञापनः उन्होंने कहा कि रैली समाप्त होने के बाद कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा जाएगा. यह रैली बेरोजगारी, महंगाई और जमीन की लूट के खिलाफ दी जा रही है. उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन की लड़ाई वर्ष 2015 से पार्टी लड़ रही है. इसी कड़ी में यह आंदोलन है, ताकि केंद्र और राज्य सरकार को हजारीबाग से संदेश दिया जा सके.परिवर्तन रैली में भाकपा को समता सैनिक दल खटियाणी परिवार झारखंड राज्य स्थापित मोर्चा का भी सहयोग मिल रहा है. इस परिवर्तन रैली में वास्पी किड़ो के भी शामिल होने की संभावना है.
भाकपा नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारीः भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने अपने पार्टी कार्यालय में सोमवार को प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अगर पूरे राज्य में जमीन घोटाले की जांच की जाए तो कई पदाधिकारी जेल जाएंगे. उन्होंने कहा कि खासमहाल वन भूमि की लूट तो हो ही रही है साथ ही भू माफिया श्मशान घाट की जमीन को भी नहीं छोड़ रहे हैं. गरीबों की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है. प्रशासन का उन्हें सहयोग मिल रहा है. ऐसे में अब आंदोलन करने की आवश्यकता है.
जमीन की अवैध बंदोबस्ती के खिलाफ बुलंद करेंगे आवाजः भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने यह भी कहा कि अवैध बंदोबस्ती पर नकेल तब लग पाएगा, जब पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में एक लाख हेक्टेयर भूमि की लूट हुई है. अगर हजारीबाग की बात की जाए तो 25000 हेकटेयर जीएम और वन भूमि की लूट हुई है. सिर्फ बड़कागांव में 10 से 12 हजार एकड़ जमीन की अवैध बंदोबस्ती कर दी गई है . बाहर के लोगों को अवैध बंदोबस्ती कि गई, लेकिन स्थानीय लोगों को जमीन बहुत कम दिया गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ पकरी बरवाडीह में 3000 करोड़ रुपए का भुगतान जमीन अधिग्रहण के एवज में किया गया है. इस मामले की जांच भी चल रही है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ल ने मामले की जांच की थी. जिसमें 250 लोगों को नोटिस भेजा गया था. जिसमें 95 लोगों ने जवाब दिया था. उनके तबादले के बाद यह फाइल बंद कर दी गई. यही नहीं एसआईटी का गठन भी किया गया था, लेकिन इसमें कुछ नहीं हुआ.
कांग्रेस नेता पर फायरिंग मामले की हो उच्च स्तरीय जांचः हजारीबाग में कांग्रेस नेता के ऊपर गोली चलाने वाले के मामले पर उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. उन्होंने इस घटना के को लेकर पुलिस को दोषी करार दिया है. उन्होंने कहा कि बार-बार आवेदन देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. पूर्व थाना प्रभारी उत्तम कुमार पर उन्होंने आरोप लगाया कि वह प्रतिमा 50 लाख रुपए की कमाई भू-माफिया के जरिए करते थे. उन्होंने कहा कि हजारीबाग में तीन से चार दारोगा मिलकर एक बड़ा मॉल बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं. इसका पेपर हाथ लगने के बाद मामले का खुलासा किया जाएगा. थाना प्रभारी पर उन्होंने कहा कि नगवां के कृष्ण कुमार मेहता को जिला बदर कर दिया गया. इसमें पूर्व थाना प्रभारी उत्तम कुमार का हाथ है. कृष्ण कुमार मेहता ने वैसा कोई बड़ा अपराध भी नहीं किया था.