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रामनवमी जुलूस को लेकर सस्पेंस! समिति सदस्यों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांगी अनुमति - हजारीबाग में रामनवमी जुलूस

हजारीबाग में रामनवमी जुलूस को लेकर सस्पेंस बरकरार है. क्योंकि सरकार की ओर से जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गयी है. इसको लेकर चैत्र रामनवमी महावीर झंडा महासमिति के सदस्यों ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर जुलूस की अनुमति मांगी है.

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हजारीबाग
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Published : Mar 26, 2022, 7:02 PM IST

Updated : Mar 26, 2022, 7:33 PM IST

हजारीबागः जिला में रामनवमी जुलूस को लेकर सस्पेंस अभी-भी बरकरार है. सरकार ने अब तक जुलूस को लेकर आदेश निर्गत नहीं किया है. ऐसे में हजारीबाग में रामनवमी जुलूस को लेकर तरह तरह की बातें सामने आ रही हैं. वहीं इसी बीच चैत्र रामनवमी महावीर झंडा महासमिति के सदस्यों ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर रामनवमी का जुलूस की अनुमति मांगी है.

इसे भी पढ़ें- हजारीबाग में रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर जुनून, जब तक नहीं मिलेगी अनुमति, नहीं पहनेंगे जूता चप्पल


महासमिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंपा है. इसको लेकर उन्होंने बताया कि जनभावना को ध्यान में रखते हुए आदेश निर्गत किया जाए ताकि लोग धूमधाम के साथ रामनवमी मना सके. समिति सदस्य ने बताया कि हजारीबाग का रामनवमी जुलूस लगभग 100 वर्ष पुराना है, इसका अपना इतिहास भी है. पिछले 2 साल से कोरोना के कारण रामनवमी का जुलूस नहीं निकल रहा है. लेकिन अब कोविड 19 का कहर समाप्त हो चुका है. ऐसे में सरकार जुलूस निकालने की अनुमति प्रदान करे.

जानकारी देते समिति के अक्ष्यक्ष

उन्होंने बताया कि लाखों लोगों का जनभावना इस जुलूस के साथ जुड़ा हुआ है. यह जुलूस एक ओर इतिहास को दर्शाता है तो दूसरी ओर अप्रत्यक्ष रूप से कई व्यवसायी भी इस जुलूस में अपना व्यवसाय करते हैं, जिसमें अधिकतर खोमचे वाले होते हैं. वहीं इस दौरान महावीर के झंडे की भी बिक्री खूब होती है. भगवान का पताका पूरे शहर में लगता है. झंडा बनाने वाले भी अपना व्यवसाय करते हैं. इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से रामनवमी में जुलूस की अनुमति मांगी है.


मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद महासमिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि वो आश्वस्त हैं कि सरकार हम लोगों को अनुमति जरूर देगी. जिसके बाद वो धूमधाम के साथ इस बार जुलूस निकालेंगे और भगवान श्रीराम का जन्म उत्सव मनाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी अखाड़े अपनी तैयारियों में जुट जाएं. इस बार वो लोग आदर्श जुलूस निकालेंगे. जुलूस नशा मुक्त होगा, ढोल, ताशा, गाजा-बाजा के साथ जुलूस निकाला जाएगा. जिसमें डीजे का उपयोग बेहद कम किया जाएगा. यही नहीं समय का भी ख्याल रखा जाएगा.

हजारीबागः जिला में रामनवमी जुलूस को लेकर सस्पेंस अभी-भी बरकरार है. सरकार ने अब तक जुलूस को लेकर आदेश निर्गत नहीं किया है. ऐसे में हजारीबाग में रामनवमी जुलूस को लेकर तरह तरह की बातें सामने आ रही हैं. वहीं इसी बीच चैत्र रामनवमी महावीर झंडा महासमिति के सदस्यों ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर रामनवमी का जुलूस की अनुमति मांगी है.

इसे भी पढ़ें- हजारीबाग में रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर जुनून, जब तक नहीं मिलेगी अनुमति, नहीं पहनेंगे जूता चप्पल


महासमिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंपा है. इसको लेकर उन्होंने बताया कि जनभावना को ध्यान में रखते हुए आदेश निर्गत किया जाए ताकि लोग धूमधाम के साथ रामनवमी मना सके. समिति सदस्य ने बताया कि हजारीबाग का रामनवमी जुलूस लगभग 100 वर्ष पुराना है, इसका अपना इतिहास भी है. पिछले 2 साल से कोरोना के कारण रामनवमी का जुलूस नहीं निकल रहा है. लेकिन अब कोविड 19 का कहर समाप्त हो चुका है. ऐसे में सरकार जुलूस निकालने की अनुमति प्रदान करे.

जानकारी देते समिति के अक्ष्यक्ष

उन्होंने बताया कि लाखों लोगों का जनभावना इस जुलूस के साथ जुड़ा हुआ है. यह जुलूस एक ओर इतिहास को दर्शाता है तो दूसरी ओर अप्रत्यक्ष रूप से कई व्यवसायी भी इस जुलूस में अपना व्यवसाय करते हैं, जिसमें अधिकतर खोमचे वाले होते हैं. वहीं इस दौरान महावीर के झंडे की भी बिक्री खूब होती है. भगवान का पताका पूरे शहर में लगता है. झंडा बनाने वाले भी अपना व्यवसाय करते हैं. इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से रामनवमी में जुलूस की अनुमति मांगी है.


मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद महासमिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि वो आश्वस्त हैं कि सरकार हम लोगों को अनुमति जरूर देगी. जिसके बाद वो धूमधाम के साथ इस बार जुलूस निकालेंगे और भगवान श्रीराम का जन्म उत्सव मनाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी अखाड़े अपनी तैयारियों में जुट जाएं. इस बार वो लोग आदर्श जुलूस निकालेंगे. जुलूस नशा मुक्त होगा, ढोल, ताशा, गाजा-बाजा के साथ जुलूस निकाला जाएगा. जिसमें डीजे का उपयोग बेहद कम किया जाएगा. यही नहीं समय का भी ख्याल रखा जाएगा.

Last Updated : Mar 26, 2022, 7:33 PM IST
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