हजारीबागः शहर के झील परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विशाल प्रतिमा लगाई गयी है. लेकिन रखरखाव और असामाजिक तत्वों के कारण प्रतिमा का हाल बेहाल है. आलम यह है कि कई जगह से प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गयी है. जिससे मूर्ति पूरी तरह से खराब हो चुकी है. लेकिन इसकी सुध ना तो जिला प्रशासन ने लिया और ना ही इलाक के किसी समाजसेवी ने इसको लेकर कोई पहल की है.
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हजारीबाग में बापू की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त किया है. शहर में महात्मा गांधी की मूर्ति का अपमान हुआ है. महात्मा गांधी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करना बेहद ही शर्मिंदा करने वाली घटना है. जरूरत है आम लोगों को भी इसमें संवेदनशील होने की. बापू का पूरा विश्व सम्मान करता है और उन्हीं के देश के लोग उनकी मूर्ति के साथ इस तरह से व्यवहार करें तो यह अशोभनीय है. जरूरत है जिला प्रशासन को भी संज्ञान लेकर बापू की प्रतिमा को अविलंब बनवाने की.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को मनाई जाएगी. इस दिन महात्मा गांधी के प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की जाएगी और प्रार्थना की जाएगी. हजारीबाग में बापू की जिस प्रतिमा पर पूरा शहर और पदाधिकारी पहुंचेंगे उस प्रतिमा का हाल बेहाल है. महात्मा गांधी की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त किया है. यही नहीं मूर्ति विखंडित कर दी गयी है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. हजारीबाग से महात्मा गांधी का विशेष लगाव रहा है. बापू यहां हजारीबाग संत कोलम्बा कॉलेज के विटले हॉल में देश प्रेम को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम भी किया था. यही नहीं उनकी अस्थि भी हजारीबाग लाया गया था. इसे देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा झील परिसर में महात्मा गांधी की विशाल प्रतिमा लगाई गयी. जिससे लोगों के मन में बापू के भक्ति और श्रद्धा भाव बना रहे. साथ ही यहां आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करें. लेकिन असामाजिक तत्वों के द्वारा मूर्ति ही क्षतिग्रस्त कर दी है.