हजारीबाग: जिला के सरकारी स्कूल में मिड डे मील के लिए अब न तो खाना बनाने का झंझट रहेगा और न ही रसोई का. जिले में पढ़ने वाले 1 लाख छात्रों को अक्षय पात्र फाउंडेशन दोपहर में गर्म और स्वादिष्ट भोजन परोसेगा.
अक्षय फाउंडेशन फिलहाल कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में छात्रों को खाना परोस रहा है. झारखंड में भी इसे जिम्मेवारी सौंपी गई है. 2 साल पहले अक्षय पात्र फाउंडेशन ने भूमि पूजन कर इसकी शुरुआत की थी, लेकिन योजना को धरातल में आने में समय लगा. अब मुकुंदगंज में रसोई घर बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लगभग 2 एकड़ जमीन में यह रसोई घर बनेगा, जहां से हजारीबाग के छात्रों को गर्म भोजन परोसा जाएगा.
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हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने हजारीबाग के मुकुंदगंज में बन रहे अक्षय पात्र किचन का निरीक्षण करने पहुंचे, जहां उन्होंने खुशी जाहिर की कि जो योजना हमने बनाई थी अब वह धरातल में आना शुरू हो गया है और आने वाले 18 महीना में रसोईघर बनकर तैयार हो जाएगा. यहां से स्वादिष्ट और पोस्टिक भोजन बनकर छात्रों को मिलेगा. जयंत सिन्हा ने कहा कि यह रसोई घर पूरे झारखंड में सबसे अलग और विशाल होगा. जहां उन्नत किस्म के सामान लगाए जा रहे हैं, यहां तक कि विदेशों से भी कुछ उन्नत किस्म के मशीन लाए जा रहे हैं ताकि स्वादिष्ट भोजन के साथ-साथ हम उच्च क्वालिटी के खाना परोस सके.
हजारीबाग में बन रहे रसोई घर अक्षय पात्र के विश्वभर के 5 सबसे बड़े रसोई घरों में एक होगा. केंद्रीय रसोई घर में हर रोज 25 से 30 गाड़ियों 565 स्कूलों में भोजन का वितरण करेगी और छात्रों को घर जैसा भोजन मिल पाएगा.