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हजारीबाग में कृषि विभाग की प्री-बजट बैठक संपन्न, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

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Published : Dec 12, 2020, 7:00 PM IST

Updated : Dec 12, 2020, 7:39 PM IST

कृषि क्षेत्र को कैसे उन्नत किया जाए, इसे लेकर हजारीबाग कृषि अनुसंधान केंद्र में बैठक की गई. बैठक में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव सहित कई आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

हजारीबाग में कृषि विभाग का प्री बजट का बैठक संपन्न
Agriculture department's pre-budget meeting ended in Hazaribag

हजारीबाग: कृषि क्षेत्र को कैसे उन्नत किया जाए, इसे लेकर राज्य गठन के बाद पहली बार प्री-बजट बैठक का आयोजन जिले के कृषि अनुसंधान केंद्र में किया गया, जहां कृषि विभाग के मंत्री समेत कई आला अधिकारी मौजूद रहे और इस पर गहन चिंतन किया गया. इस दौरान सिर्फ अधिकारी ही नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों ने भी अपना मंतव्य रखा कि कैसे झारखंड को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है.

देखें पूरी खबर

हजारीबाग में कृषि को उन्नत करने पर चर्चा

झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का एक दिवसीय दौरा हजारीबाग में संपन्न हुआ. हजारीबाग में लगभग बादल पत्रलेख ने 6 से 7 घंटा समय बिताया. बैठक में हजारीबाग समेत पूरे राज्य भर में कैसे कृषि को उन्नत किया जाए, इसे लेकर चर्चा की गई. बैठक में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव सहित कई आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान सभी पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी बात रखते हुए स्पष्ट किया कि क्षेत्र को कृषि में आत्मनिर्भर बनाना है. जीडीपी में कृषि का अधिक से अधिक योगदान हो, इसे हम लोगों को सुनिश्चित करना है. इसे लेकर कृषि और इस संबंधी कार्य को बढ़ावा देना है.

ये भी पढ़ें-लाइसेंस रद्द होने के बाद भी अस्पताल का हो रहा संचालन, सीएस ने कहा- शिकायत पर होगी कार्रवाई

हजारीबाग में कृषि को लेकर समीक्षा

इस दौरान झारखंड सरकार के कृषि मंत्री ने कहा कि 12 दिसंबर का यूरोप में विशेष महत्व है. झारखंड में भी इसका महत्व आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा और इसकी शुरुआत शनिवार से हुई. उन्होंने कहा कि कृषि को लेकर समीक्षा की गई है और कैलेंडर बनाने की कवायद शुरू किया जाएगा. झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि उन लोगों ने संकल्प लिया है कि यहां से उन्नत कृषि को तकनीक के साथ बिरसा किसान को और मजबूती देंगे. हर जिला में 1 लाख से अधिक किसान पैदा करना उनका उद्देश्य होगा. एसियोर एग्रीकल्चर लैंड को चेंबर ऑफ फार्मर के साथ जल संसाधन को बढ़ाकर खेती को समावेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हर तिमाही में विभाग बैठक करेगी और अगले साल 12 दिसंबर को यह तय करेंगे कि विकास का पैमाना कहां तक पहुंचा.

हजारीबाग कृषि अनुसंधान केंद्र को एक्सीलेंसी देकर दिलाया विश्वास

हजारीबाग कृषि अनुसंधान केंद्र को एक्सीलेंसी देने को लेकर उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा, ताकि आने वाले समय में झारखंड का हजारीबाग पूरे देश भर में जाना जा सके. किसानों को स्वावलंबी बनाना उनका प्रथम दायित्व है और वे लोग उसे पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि सब से अहम बात यह है कि उनकी जो टीम है, वह काफी सशक्त है, जिनके सहयोग से टारगेट पूरा किया जाएगा. बादल पत्रलेख ने कहा कि आने वाले समय में झारखंड के किसान पूरे देश स्तर पर अपना नाम रोशन करेंगे. सरकार ने 15 लाख नए किसानों को किसान सम्मान निधि से जोड़ने का काम किया है. नये 6 लाख किसानों को और भी जोड़ा जाएगा. मंत्री ने कहा कि सभी किसानों को केसीसी ऋण दिलाया जाएगा. सरकार 29 दिसंबर को अपनी उपलब्धि बतायेगी. इसमें बहुत बड़ा हिस्सा कृषि विभाग का होगा. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में 50 हजार रूपए तक की कृषि ऋण माफ किए जाएंगे.

हजारीबाग: कृषि क्षेत्र को कैसे उन्नत किया जाए, इसे लेकर राज्य गठन के बाद पहली बार प्री-बजट बैठक का आयोजन जिले के कृषि अनुसंधान केंद्र में किया गया, जहां कृषि विभाग के मंत्री समेत कई आला अधिकारी मौजूद रहे और इस पर गहन चिंतन किया गया. इस दौरान सिर्फ अधिकारी ही नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों ने भी अपना मंतव्य रखा कि कैसे झारखंड को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है.

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हजारीबाग में कृषि को उन्नत करने पर चर्चा

झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का एक दिवसीय दौरा हजारीबाग में संपन्न हुआ. हजारीबाग में लगभग बादल पत्रलेख ने 6 से 7 घंटा समय बिताया. बैठक में हजारीबाग समेत पूरे राज्य भर में कैसे कृषि को उन्नत किया जाए, इसे लेकर चर्चा की गई. बैठक में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव सहित कई आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान सभी पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी बात रखते हुए स्पष्ट किया कि क्षेत्र को कृषि में आत्मनिर्भर बनाना है. जीडीपी में कृषि का अधिक से अधिक योगदान हो, इसे हम लोगों को सुनिश्चित करना है. इसे लेकर कृषि और इस संबंधी कार्य को बढ़ावा देना है.

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हजारीबाग में कृषि को लेकर समीक्षा

इस दौरान झारखंड सरकार के कृषि मंत्री ने कहा कि 12 दिसंबर का यूरोप में विशेष महत्व है. झारखंड में भी इसका महत्व आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा और इसकी शुरुआत शनिवार से हुई. उन्होंने कहा कि कृषि को लेकर समीक्षा की गई है और कैलेंडर बनाने की कवायद शुरू किया जाएगा. झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि उन लोगों ने संकल्प लिया है कि यहां से उन्नत कृषि को तकनीक के साथ बिरसा किसान को और मजबूती देंगे. हर जिला में 1 लाख से अधिक किसान पैदा करना उनका उद्देश्य होगा. एसियोर एग्रीकल्चर लैंड को चेंबर ऑफ फार्मर के साथ जल संसाधन को बढ़ाकर खेती को समावेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हर तिमाही में विभाग बैठक करेगी और अगले साल 12 दिसंबर को यह तय करेंगे कि विकास का पैमाना कहां तक पहुंचा.

हजारीबाग कृषि अनुसंधान केंद्र को एक्सीलेंसी देकर दिलाया विश्वास

हजारीबाग कृषि अनुसंधान केंद्र को एक्सीलेंसी देने को लेकर उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा, ताकि आने वाले समय में झारखंड का हजारीबाग पूरे देश भर में जाना जा सके. किसानों को स्वावलंबी बनाना उनका प्रथम दायित्व है और वे लोग उसे पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि सब से अहम बात यह है कि उनकी जो टीम है, वह काफी सशक्त है, जिनके सहयोग से टारगेट पूरा किया जाएगा. बादल पत्रलेख ने कहा कि आने वाले समय में झारखंड के किसान पूरे देश स्तर पर अपना नाम रोशन करेंगे. सरकार ने 15 लाख नए किसानों को किसान सम्मान निधि से जोड़ने का काम किया है. नये 6 लाख किसानों को और भी जोड़ा जाएगा. मंत्री ने कहा कि सभी किसानों को केसीसी ऋण दिलाया जाएगा. सरकार 29 दिसंबर को अपनी उपलब्धि बतायेगी. इसमें बहुत बड़ा हिस्सा कृषि विभाग का होगा. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में 50 हजार रूपए तक की कृषि ऋण माफ किए जाएंगे.

Last Updated : Dec 12, 2020, 7:39 PM IST
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