हजारीबागः जिले की अधिकांश आबादी गांवों में रहती हैं, जो काफी गरीब है. लेकिन, अब आपको जानकर आश्चर्य होगा कि झारखंड में हजारीबाग जिला साक्षरता के दृष्टिकोण से छठे स्थान पर है. 2011 जनगणना के अनुसार जिले की औसत साक्षरता दर 69.8 प्रतिशत है. इस दर को बढ़ाने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर साक्षरता अभियान चलाया गया. इस अभियान की वजह से साक्षरता दर में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
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जिले में पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक साक्षर हैं. 50.5 प्रतिशत पुरुष, तो 66.6 प्रतिशत महिलाएं पढ़ी-लिखी हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि राज्य में छठे स्थान जिला को प्राप्त है. इसके लिए हम लोगों ने ग्रामीण स्तर पर काम करना शुरू किया. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अनपढ़ पुरुष-महिला को साक्षर बनाने के लिए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत अभियान चलाया. इसके साथ ही स्कूली बच्चे भी अपने-अपने गांव में में बूढ़े-बुजुर्ग को पढ़ाना शुरू किया. अभियान के तहत साक्षर हुए लोगों की परीक्षा भी ली गई है.
साक्षरता दर में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी
2011 की जनगणना के बाद साक्षर भारत अभियान में तहत जिले के 35,000 से अधिक लोगों को साक्षर बनाया गया है. उससे साक्षरता दर में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वर्तमान आंकड़े के अनुसार जिले की साक्षरता दर लगभग 71 प्रतिशत है. जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि जिले के करीब 64 पंचायत हैं, जिसे पूर्ण साक्षर घोषित किया गया है. उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए योजना चलाई गई, जिसका असर दिख रहा है.