गुमला: जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के पश्चिमी इलाके के नक्सल प्रभावित गावों में एसपी हृदीप पी जनार्दनन और सीआरपीएफ 218 बटालियन के कमांडेंट अनिल मिंज के नेतृत्व में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस अभियान में जिले की पुलिस और सीआरपीएफ को भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर 15 लाख रुपए के इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव और उसके दस्ते के अन्य सदस्यों की तलाश है.
नक्सल के खिलाफ अभियान
बुधवार को चलाए गए इस अभियान में घाघरा थाना क्षेत्र के तुरियाडीह, गोरियाडीह, बंसीटोली, जलका, रूकी, बरटोली, विमरला, दीरगांव, तुसगांव, सलामी, जैरागी सहित कई गांवों से होते हुए पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान गुमला एसपी ने विभिन्न गांव में रुककर लोगों से उनकी समस्याओं से रूबरू हुए.
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ग्रामीणों से बातचीत
जिले के एसपी को सामने देख कर गांव के लोगों ने भी सड़क, पुल, पुलिया, बिजली सहित अन्य समस्याओं से उन्हें अवगत कराते हुए उन समस्याओं को दूर करने की मांग की. इस पर जिले के एसपी ने कहा है कि विमरला, दीरगांव, तुसगांव सहित आसपास के गांवों पर प्रशासन की नजर है. इस क्षेत्र का विकास होगा. इसके लिए प्लानिंग चल रही है. यह नक्सल इलाका है, इस कारण लंबे समय से इस क्षेत्र का विकास बाधित है. इस लिए एक्शन प्लान बनाकर इस क्षेत्र का कायाक्लप किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की जो भी जरूरत है उन जरूरतों को पूरा किया जाएगा. सरकार चाहती है कि गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास के काम हों.
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'नक्सली करें सरेंडर'
ग्रामीणों से बातचीत करते हुए एसपी ने अपील किया कि गुप्त रूप से पुलिस को नक्सलियों की सूचना दें. जब तक इस क्षेत्र से नक्सल को जड़ से खत्म नहीं किया जाएगा तब तक नक्सली विकास कार्यों को बाधित करते रहेंगे. जिले के एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने ग्रामीणों के माध्यम से नक्सलियों को आह्वान किया कि पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दें, अन्यथा गोली खाने के लिए तैयार रहें.