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वाह मैडम जी! धान के खेत में चला रही हैं 'स्पेशल क्लास' - शिक्षिका

गुमला जिले के बसिया प्रखंड क्षेत्र के आरसी मध्य विद्यालय ममरला की छात्राओं से शिक्षक खेतों में धान रोपनी का काम करवा रही हैं. कैमरा देखते ही वो हक्का बक्का हो गईं और सभी छात्राओं को वापस स्कूल भेजा.

धान रोपती छात्राएं
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Published : Aug 6, 2019, 10:16 PM IST

गुमला/बसिया: जिले के बसिया प्रखंड क्षेत्र के आरसी मध्य विद्यालय ममरला स्कूल प्रबंधन शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन कर रही है. विद्यालय प्रबंधन के द्वारा स्कूल में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं से खेतों में धान के बिचड़े लगवाए जा रहे हैं.

स्कूली छात्राओं से खेत में कराया जा रहा काम

कैमरा देख शिक्षक ने भेजा स्कूल
दरअसल, स्कूल की छात्राओं का खेतों में काम करते एक तस्वीर सामने आई है. जिसमें सभी छात्राएं स्कूल ड्रेस में हैं. जब स्थानीय पत्रकार छात्राओं की धान की रोपाई करने की तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर रहे थे, तभी पास में खड़ी विद्यालय की एक शिक्षक ने धान की रोपाई कर रही छात्राओं को इशारा किया. जिसके बाद सभी छात्राएं खेतों से निकलकर स्कूल चली गईं.

पढ़ाई न करा कर खेतों में धान की रोपाई
अभिभावक यह सोचकर अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं कि उनके बच्चे पढ़ लिखकर एक अच्छा मुकाम हासिल करेंगे. मगर शायद स्कूल प्रबंधन की मनसा नहीं है कि विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं आगे बढ़ें. तभी तो छात्राओं को पढ़ाई न करा कर खेतों में धान की रोपाई कराई जा रही है.

ये भी पढ़ें- छात्रा ने स्कूल अकाउंट से उड़ाए 6.5 लाख रुपए, CSP संचालक के साथ हुई गिरफ्तार

शिक्षक ने क्या कहा
इस मामले पर जब शिक्षक से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खेतों में काम कराना कहीं से भी सही नहीं है. इसके बावजूद उन्होंने स्कूली छात्राओं से खेतों में धान की रोपाई कराई. उन्होंने कहा कि स्कूली छात्राओं से सिर्फ 15 मिनट खेतों में काम कराया गया है.

गुमला/बसिया: जिले के बसिया प्रखंड क्षेत्र के आरसी मध्य विद्यालय ममरला स्कूल प्रबंधन शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन कर रही है. विद्यालय प्रबंधन के द्वारा स्कूल में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं से खेतों में धान के बिचड़े लगवाए जा रहे हैं.

स्कूली छात्राओं से खेत में कराया जा रहा काम

कैमरा देख शिक्षक ने भेजा स्कूल
दरअसल, स्कूल की छात्राओं का खेतों में काम करते एक तस्वीर सामने आई है. जिसमें सभी छात्राएं स्कूल ड्रेस में हैं. जब स्थानीय पत्रकार छात्राओं की धान की रोपाई करने की तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर रहे थे, तभी पास में खड़ी विद्यालय की एक शिक्षक ने धान की रोपाई कर रही छात्राओं को इशारा किया. जिसके बाद सभी छात्राएं खेतों से निकलकर स्कूल चली गईं.

पढ़ाई न करा कर खेतों में धान की रोपाई
अभिभावक यह सोचकर अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं कि उनके बच्चे पढ़ लिखकर एक अच्छा मुकाम हासिल करेंगे. मगर शायद स्कूल प्रबंधन की मनसा नहीं है कि विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं आगे बढ़ें. तभी तो छात्राओं को पढ़ाई न करा कर खेतों में धान की रोपाई कराई जा रही है.

ये भी पढ़ें- छात्रा ने स्कूल अकाउंट से उड़ाए 6.5 लाख रुपए, CSP संचालक के साथ हुई गिरफ्तार

शिक्षक ने क्या कहा
इस मामले पर जब शिक्षक से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खेतों में काम कराना कहीं से भी सही नहीं है. इसके बावजूद उन्होंने स्कूली छात्राओं से खेतों में धान की रोपाई कराई. उन्होंने कहा कि स्कूली छात्राओं से सिर्फ 15 मिनट खेतों में काम कराया गया है.

Intro:गुमला : जिले के बसिया प्रखंड क्षेत्र के आर.सी . मध्य विद्यालय ममरला के स्कूल प्रबंधन शिक्षा का अधिकार अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है । विद्यालय प्रबंधन के द्वारा स्कूल में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं से खेतों में धान के बिचड़े लगवाई जा रही है । दरअसल विद्यालय की छात्राएं खेतों में काम कर रही है उस समय की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें सभी छात्राएं स्कूल ड्रेस में है । जब स्थानीय पत्रकारों ने छात्राओं के द्वारा धान की रोपाई करने की तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर रहे थे तभी पास में खड़ी विद्यालय की एक शिक्षिका ने धान की रोपाई कर रही छात्राओं को इशारा किया जिसके बाद सभी छात्राएं खेतों से निकलकर स्कूल चली गई ।Body:वैसे तो हमारे देश में शिक्षा का अधिकार कानून लागू किया गया है । मगर आज भी कुछ ऐसे स्कूल हैं जो इस कानून का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं । इन्हें न कानून का भय है और ना ही अपने विद्यालय की प्रतिष्ठा की चिंता । ऐसे में जिले के जो अभिभावक हैं यह सोचकर अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं कि उनके बच्चे पढ़ लिखकर एक अच्छी मुकाम हासिल करेंगे । मगर शायद स्कूल प्रबंधन नहीं चाहता है कि विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं अपने मुकाम हासिल करें । तभी तो विद्यालय में पढ़ने वाली स्कूल की छात्राओं को पढ़ाई नहीं करा कर खेतों में धान की रोपाई कराई जा रही है । Conclusion:जिस समय स्कूल की छात्राएं खेत में धान की रोपाई कर रही थी ,उसी समय स्थानीय पत्रकार वहां पर पहुंच गए । पत्रकारों को देखते ही पास में खड़ी स्कूल की शिक्षिका ने खेतों में काम कर ही स्कूल छात्राओं को खेतों से निकलकर स्कूल जाने का इशारा किया । जिसके बाद सभी छात्राएं स्कूल चली गई ।
इस मामले पर जब शिक्षिका से पूछा गया तो उन्होंने कहा की खेतों में काम कराना कहीं से भी सही नहीं है ।।इसके बावजूद उन्होंने स्कूली छात्राओं से खेतों में धान की रोपाई कराई । उन्होंने कहा स्कूली छात्राओं से सिर्फ 15 मिनट खेतों में काम कराई गई है ।
बाईट : सुशीला इंदवार ( सहायक शिक्षिका , आर सी मध्य विद्यालय ,ममरला बसिया )
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