गुमला: सदर थाना क्षेत्र में बुधवार रात दो लोगों को बाइक के साथ जिंदा जला दिया गया है. इनके नाम सुनील उरांव और आशीष उरांव है. कहा जा रहा है कि आग लगने के बाद दोनों किसी तरह वहां से भागे और गांव में पहुंच कर जान बचाने की कोशिश की. जिसके बाद दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. गहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति गंभीर देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया. रिम्स में इलाज के दौरान सुनील उरांव की मौत हो गई है.
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दो लोगों को जिंदा जलाने के मामले की जानकारी जब उनके गांव वालों को लगी तो वे आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे और खून के बदले खून की मांग करने लगे. इस मामले की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी तुरंत एसडीपीओ मनीष चंद्र थाना प्रभारी सहित दल बल के मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझाया कर मामला शांत कराया.
मृतक सुनील के परिजनों का कहना है कि किशुन उरांव बुधवार रात कुछ लोगों के साथ उनके गांव पहुंचा और सुनील और आशीष को बात करने के बहाने अपने साथ गांव ले गया. इसके बाद दोनों के साथ मारपीट की गई और फिर दोनों पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया. आग लगने के बाद दोनों ने किसी तरह आग बुझाई और भाग कर अपनी जान बचाई. लेकिन इस दौरान दोनों बुरी तरह जल गए. ग्रामीणों ने उन्होंने अस्पताल पहुंचाया जहां से उन्हें रांची रिम्स रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान सुनील उरांव की मौत हो गई जबकि आशीष की हालत गंभीर बताई जा रही है.
इस मामले में जानकारी देते हुए एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया है कि दोनों एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपी हैं और इन्हें प्रतिशोध की भावना से जिंदा जलाया गया है. मनीष चंद्र ने बताया कि दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग के परिजनों ने इन दोनों को उनके गांव से बुलाया और अपने टोले में गए. जहां उन्होंने अन्य लोगों के साथ बैठक की और फिर इन दोनों के साथ मारपीट की. इसके बाद दोनों को इनकी बाइक के साथ जिंदा जला दिया.