गुमला: जिला पुलिस और सीआरपीएफ 158 बटालियन की संयुक्त टीम के साथ गुरुवार की सुबह बिशनपुर थाना क्षेत्र के हेसराग परसापानी जंगल में नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के बीच मुड़भेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली पीछे हटे और फिर जंगल के रास्ते भाग निकले. मुठभेड़ खत्म होने के बाद पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने सर्च अभियान चलाया. जिसमें हथियार के साथ नक्सलियों के कई सामान बरामद हुए हैं.
पुलिस को भारी पड़ता देख भागे नक्सली
पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए जिले के एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने बताया कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के रविंद्र गंझू दस्ते का बिशनपुर के हेसराग इलाके में घूमने की सूचना मिली थी. जिसके बाद जिले की पुलिस और सीआरपीएफ 158 बटालियन की संयुक्त टीम नक्सलियों की तलाश में जब हेसराग गांव पहुंची, तब पता चला कि गांव के ही नजदीक में परसापानी गांव है, जहां पर माओवादी जमे हुए हैं. उसके बाद पुलिस परसापानी की ओर निकली. उन्होंने बताया कि पुलिस को अपनी ओर आता देख माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी जिसके बाद पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई. पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए.
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'नक्सली आत्मसमर्पण करें, नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा'
एसपी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान चलाया गया. जिसमें दो हथियार, पिट्ठू, बरसाती और कई अन्य सामान मिले हैं. जिले के एसपी ने एक बार फिर कहा है कि नक्सली आत्मसमर्पण करें, नहीं तो फिर उन्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा. पुलिस किसी भी परिस्थिति में नक्सली और उग्रवादी को गुमला जिले में पैर जमाने नहीं देगी.