गुमलाः शहर की पुरानी नगरपालिका के समीप महावीर मंदिर परिसर में बनी दुकानों को सील करने सोमवार को पहुंचे नगर परिषद के पदाधिकारियों और पुलिस को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. वहीं लोगों के विरोध-प्रदर्शन के कारण नप पदाधिकारी और पुलिस बगैर दुकानों को सील किए बैरंग लौट गए. प्रशासन का कहना था कि दुकानें सरकारी जमीन पर बनायी गईं हैं, जबकि स्थानीय लोग इस बात पर अड़े थे कि दुकानें मंदिर की जमीन पर बनायी गई है. इस दौरान प्रशासन और स्थानीय लोगों में घंटों बहस हुई. इसके बाद अधिकारियों ने शाम में स्थानीय लोगों के साथ नगर परिषद कार्यालय में बैठक की. जिसमें मंदिर के संबंधित कागजात 15 दिनों के अंदर नगर परिषद कार्यालय में जमा करने की मोहलत दी है. कागजात जांच में स्पष्ट होगा कि मंदिर परिसर में बनायी गई दुकानें मंदिर की हैं या फिर सरकारी जमीन पर दुकानें बनायी गईं हैं.
पूर्व में प्रशासन ने नोटिस देकर दुकानें खाली करने का दिया था निर्देशः यहां बता दें कि पटेल पार्क के समीप कैसर ए हिंद की भूमि पर निर्मित चार दुकानों के संबंध में नगर परिषद द्वारा पूर्व में नोटिस देकर दुकानें खाली करने का निर्देश दिया गया था. नगर परिषद प्रशासन का कहना है कि सरकारी जमीन पर दुकानें बनायी गईं हैं और गलत तरीके से भाड़ा भी वसूला जा रहा है. जबकि महावीर मंदिर के लोगों का कहना है कि किसी प्रकार का अवैध कब्जा नहीं है.
घंटों चला विवाद, मंदिर में भजन-कीर्तन करने लगी महिलाएंः इसी को लेकर सोमवार को प्रशिक्षु आईएएस सह नगर परिषद के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी आशीष गंगवार पटेल चौक स्थित महावीर मंदिर परिसर पहुंच कर दुकानें सील करने की कार्रवाई करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान थाना प्रभारी विनोद कुमार दल-बल के साथ मौजूद थे. लेकिन इसी बीच में काफी संख्या में सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए और इस दौरान हाई वोल्टेज ड्रामा हो गया. इस दौरान प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच घंटों विवाद चला. वहीं महिलाएं मंदिर पहुंच कर भजन-कीर्तन करने लगीं. इसे देखते हुए प्रशासन की टीम लौट गई.
15 दिनों के अंदर कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर दुकानें सील कर दी जाएगीः इसके बाद स्थानीय लोगों और नगर परिषद के अधिकारियों की बैठक सोमवार शाम में हुई. जिसमें कई विषयों पर चर्चा की गई. जिसके बाद पदाधिकारियों ने मंदिर से संबंधित कागजात प्रस्तुत करने की बात कही. जिस पर मंदिर पदाधिकारियों ने 15 दिनों की मोहलत मांगी है. वहीं इस पर प्रशिक्षु आईएएस ने स्वीकृति देते हुए समय पर कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि समय पर कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर दुकानें सील कर दी जाएगी. वहीं कागज प्रस्तुत करने के उपरांत मंदिर के कागजात का सत्यापन किया जाएगा. इस मौके पर सचिन प्रिया, बंटी,अनिकेत कुमार,अमित, सत नारायण साहू, दामोदर कसेरा, सोनल केसरी, सत्ता पटेल, शैल मिश्रा और बबलू वर्मा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.