गुमला: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गुमला जिला प्रशासन ने सदर अस्पताल के एक ब्लॉक को कोविड-19 अस्पताल के रूप में अधिसूचित कर दिया है. हालांकि, अब तक गुमला जिला में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिले हैं लेकिन फिर भी जिस तरह से सूबे की राजधानी सहित कुछ जिलों में कोरोना पॉजिटिव के मरीज मिल रहे हैं तो ऐसे में गुमला जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गई है. जिला प्रशासन ने सदर अस्पताल के जिस ब्लॉक को कोविड-19 अस्पताल के रूप में अधिसूचित किया है, उस एरिया को पूरी तरह से सील किया जा रहा है. इस ओर ना तो कोई जा सकता है और न ही कहीं से ही झांक सकता है.
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अगर गुमला में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिलता है तो अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए चिकित्सकों, नर्सों और स्टाफ की सूची तैयार कर ली है. यह सभी अपने रोटेशन के आधार पर ड्यूटी करेंगे. आपको बता दें कि अब तक गुमला जिले में 25 लोगों का कोरोना सैंपल टेस्ट के लिए रांची भेजा गया है जिसमें से 22 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव निकली है, जबकि तीन लोगों की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है.
गुमला सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने बताया की कोविड-19 को देखते हुए अस्पताल के एक ब्लॉक को सील किया जा रहा है. जिसमें सिर्फ कोरोना वायरस से पीड़ित रोगी का ही इलाज किया जाएगा. अभी सामान्य रूप से अन्य मरीजों का इलाज किया जा रहा है लेकिन जैसे ही एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को यहां भर्ती किया जाता है वैसे ही अन्य मरीजों की जांच बंद कर दी जाएगी इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. लेकिन अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है ऐसे में अगर किसी मरीज को वेंटीलेटर की आवश्यकता होती है तो है तो उसे यहां से रिम्स रेफर किया जाएगा.
वहीं, जिले के उपायुक्त ने बताया की कोविड-19 अस्पताल के लिए जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के एक ब्लॉक को नोटिफाइड कर दिया गया है जिसमें 40 सामान्य बेड है जबकि पांच आईसीयू हैं. वहीं, इस अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सकों, नर्सों और स्टाफ़ के लिए पर्याप्त मात्रा में पीपीई का स्टॉक कर लिया गया है.