गुमला: जिले के कुरूमगढ़ थाना के कुटवां गांव से अगवा किए गए शनिचरवा मुंडा मामले में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी ने प्रेस रिलीज जारी कर अपहरण अपनी किसी भूमिका से इंकार किया है. जेजेएमपी के कर्मवीर जी ने कहा कि संगठन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. जेजेएमपी इस तरह का काम नहीं करती है.
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साजिश में सफल नहीं होंगे बहुरा और उसके साथी
इसके साथ ही जेजेएमपी के कर्मवीर ने बहुरा नामक शख्स और उसके साथी पर संगठन को बदनाम करने का आरोप लगाया. कर्मवीर ने कहा कि बहुरा और उसके साथी कभी सफल नहीं होंगे. संगठन के विषय मे चर्चा करते हुए कर्मवीर जी ने कहा बहुरा द्वारा झारखंड जन संग्राम सेनानी नामक संगठन का गठन करने की बात की जा रही है जिसकी कोई बुनियाद नहीं है. विज्ञप्ति में कर्मवीर जी ने आगे लिखा बहुरा द्वारा सुकर जी की हत्या कर हथियार को लूटा गया था. कर्मवीर जी ने बताया कि संगठन अपना पूरा हथियार बरामद कर चुकी है. इसके साथ ही विज्ञप्ति में लिखा गया है कि बहुरा के साथ गए और हत्या में शामिल उसके साथी एरिया छोड़कर भाग चुके हैं.
सुकर जी की हत्या का बदला लेगी संगठन
कर्मवीर जी ने विज्ञप्ति में कहा है कि सुकर जी की हत्या का जल्द संगठन बदला लेगी. बहुरा एक गद्दार है, माओवादी के इशारे पर सुकर की हत्या की गई है. माओवादी सुकर की हत्या कराकर अपना वर्चस्व बनाने में लगी है जिसमें वह कभी सफल नहीं होंगे.
शनिचरवा मुंडा का कब हुआ था अपहरण
बता दें कि कुरूमगढ़ थाना के कुटवां गांव से एक वृद्ध शनिचरवा मुंडा का 15 दिन पहले अपहरण कर लिया गया था. जिसमें जेजेएमपी की ओर शक की सुई घुम रही थी, पुलिस इस मामले में कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई में जुटी है. अब इसी मामले में जेजेएमपी ने सफाई देते हुए पूरे मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की है.