गुमला: जिले में सरना धर्म बचाव महारैली को लेकर विधायक चमरा लिंडा ने कहा कि फर्जी तरीके से बेची गई सरना धर्म स्थल की जमीन को लेकर महारैली का आयोजन किया गया है. यह महारैली पहले 8 अप्रैल की को लिकाली जानी थी लेकिन अब ये रैली 13 मई को निकाली जाएगी. सरना धर्म बचाओ महारैली गुमला के पुगू सरना धर्म स्थल पर की जाएगी. पुगू के सरना धर्म स्थल पर आदिवासी आदिवासी छात्र संघ और सरना प्रार्थना सभा की ओर से स्वर्गीय कार्तिक उरांव के पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन प्रत्येक साल 20 सालो से किया जा रहा है.
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आदिवासियों के धार्मिक रीति-रिवाज से जुड़ी है इसकी यादें
कार्तिक उरांव कॉलेज के पास में अवस्थित 8 एकड़ सरना जमीन के वापसी को लेकर सरना धर्म बचाओ महारैली कार्यक्रम की तैयारी गुमला जिले में शुरू कर दी गई है. यह कार्यक्रम 8 अप्रैल को निर्धारित था. जिसे बढ़ाकर अब 13 मई 2021 कर दिया गया है. सरना धर्म बचाओ महारैली की तैयारी कार्यक्रम के संरक्षक विधायक चमरा लिंडा तथा विधायक जिगा सुसारन होरो ने कहा कि कोरोना संकट को बढ़ते देख यह निर्णय लिया गया है. 13 मई को सरना धर्म बचाओ महारैली गुमला के पुगू सरना धर्म स्थल पर किया जाएगा. विधायक लिंडा ने कहा कि पुगू के सरना धर्म स्थल पर आदिवासी छात्र संघ एवं सरना प्रार्थना सभा की ओर से स्वर्गीय कार्तिक उरांव के पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन 20 सालो से किया जा रहा है. यह आदिवासियों के धार्मिक रीति-रिवाज से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि सरना धर्म स्थल को फर्जी तरीके से कागज बनाकर बिक्री कर दी गई है. इसकी वापसी के लिए उपायुक्त तथा राज्य के मुख्यमंत्री से वार्ता कर तत्काल इस पर कार्रवाई कराई जाएगी.
आदिवासियों के नाम से खतियान में दर्ज
उन्होंने कहा कि 1946 से यह सरना स्थल जो है वह आदिवासियों के नाम से खतियान में दर्ज है. इसे किस आधार पर कल्पना कुमारी नाम के व्यक्ति के द्वारा कुल 8 लोगों को बिक्री कर दी गई है. विधायक ने कहा कि आदिवासियों के सांस्कृतिक पहचान को बनाए बचाए रखने की जरूरत है. इसके लिए मेरे ओर से शुरुआती दौर से ही आंदोलन की जा रहा है. इसके साथ ही सरना कोड को लेकर भी आंदोलन की शुरुआत कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से जनगणना कॉलम के अंदर के ऑप्शन को भी बंद कर दिया है. इसके कारण आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में आ खड़ा हो गया है. मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिवराम कच्छप, झारखंड मुक्ति मोर्चा युवा इकाई के अध्यक्ष रोहित भगत, युवा नेता अभिषेक कुमार सुनील उरांव, समेत अन्य कई लोग मौजूद थे.
आने वाले पीढ़ी को जागरूक हो कर कार्य करने की जरूरत
पत्रकारों से वार्ता के बाद स्थानीय परिसदन में आदिवासी छात्र संघ के सदस्यों से मुलाकात कर विधायक लिंडा ने मुखातिब होते हुए कहा कि आदिवासियों के अस्तित्व पहचान को बनाए रखने के लिए आने वाली पीढ़ी को जागरूक होकर कार्य करने की जरूरत है नहीं तो हमारा आदिवासी समुदाय का पहचान छिन जाएगा. विधायक जिगा सुसारन होरो ने कहा कि आदिवासी समाज के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए युवा पीढ़ी आगे आकर कार्य करें. उन्होंने 13 मई को गुमला में आयोजित होने वाले सरना धर्म बचाओ महारैली में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराने की अपील की.