गुमलाः जिला मुख्यालय में शनिवार को समेकित जनजातिय विकास अभिकरण की ओर से नगर भवन में बकरा-बकरी, बत्तख और चूजा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत सदर प्रखंड के चयनित लाभुकों के बीच वितरण किया जाना था. लेकिन बकरा बकरी तय मानक के अनुरूप नहीं था. यह देख उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा भड़क गए और सप्लायर को जमकर फटकार लगाई.
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कार्यक्रम में पहुंचे उपायुक्त ने लाभुकों के बीच बत्तख और चूजे का वितरण किया. इसके बाद बकरा और बकरी का वितरण करने सभास्थल से उपायुक्त बाहर निकले. इसी दौरान कमजोर और बीमार बकरा बकरी पर नजर पड़ी. इस पर तत्कार बकरा बकरी वितरण करने से इंकार कर किया. उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा और अपर समाहर्ता सुधीर कुमार गुप्ता ने सप्लायर को बुलाया. सप्लायर पहुंचा तो उपायुक्त ने फटकार लगाते हुए तुरंत जेल भेजने की बात कही.
उपायुक्त ने आइटीडीए निदेशक को निर्देश दिया कि सप्लायर से स्पष्टीकरण मांग करें. इसके साथ ही ब्लैक लिस्टेड करना सुनिश्चित करें. बताया जा रहा है कि तय मानक के अनुसार एक बकरा का वजह करीब 10 किलोग्राम होना चाहिए. लेकिन वितरण के लिए लाए गए बकरे का वजन छह से सात किलोग्राम था.