गुमला: जिले में हुए बेमौसम बारिश ने अन्नदाताओं की कमर तोड़ दी है. जिन किसानों ने चार- पांच महीनों से अपने खेतों में दिन-रात एक करके धान की उपज की थी. उस उपज को एक दिन की बारिश ने बर्बाद कर दिया है.
बारिश से बर्बाद हुए फसल
दरअसल, जिन किसानों ने देरी से धान की खेती की थी, उनका फसल भी थोड़ी देर से तैयार हुआ था. किसान खेतों में लगे धान की फसल को काटकर रख दिए थे और उन्हें अपने खलिहान में लाकर उसकी मिसाई करने वाले थे. मगर बेमौसम बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया और धान डूब गए.
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चिंतत किसान
किसानों को अब इस बात की चिंता है कि धान की उपज करने के समय लिए गए ऋण का चुकता करें या अपने परिवार को दो वक्त की रोटी दें. किसानों ने बताया कि कई महीनों से वे लगातार खेतों में मेहनत करके धान की खेती किए थे. जिसके लिए उन्होंने अपने जानने वालों और बैंकों से भी उधार लिया था.
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घर चलाने की समस्या
वहीं, कुछ महिलाओं ने कहा कि धान की खेती पानी से बर्बाद होने के कारण अब उनके सामने घर चलाने की समस्या सामने आ गई है. खेती अच्छी होगी तो उसे बेचकर हम अपने बाल बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ाई के लिए भेजेंगे मगर सारे सपने टूट गए.