गुमला: जिला के रायडीह और चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के नक्सल प्रभावित सीमा क्षेत्र के घने जंगलों में जिला पुलिस और सीआरपीएफ 218 बटालियन ने संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया. जिला के एसपी और सीआरपीएफ 218 बटालियन के कमांडेंट के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में एएसपी अभियान, चैनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट के साथ-साथ पुलिस के अधिकारी साथ थे.
नक्सल उन्मूलन अभियान
बता दें कि लंबे अरसे बाद गुमला जिला में पिछले कुछ दिनों से भाकपा माओवादी संगठन और उग्रवादी संगठन पीएलएफआई ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. एक पखवाड़े पूर्व ही भाकपा माओवादी संगठन ने पालकोट थाना क्षेत्र में एक सड़क निर्माण कार्य में लगे एक जेसीबी मशीन, एक रोलर, एक पानी की टंकी वाला ट्रैक्टर और एक हाइड्रा को आग के हवाले कर दिया गया था. जिसके कारण ग्रामीणों के बीच काफी दहशत फैल गई थी. लंबे अरसों बाद जिस तरह से नक्सलियों ने जिले में अपनी सक्रियता दिखाई है, उसके बाद से जिले की पुलिस और सीआरपीएफ ने भी संयुक्त रूप से नक्सल उन्मूलन अभियान शुरू कर दिया है.
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कई गांवों के लोगों से की बातचीत
इसी अभियान के तहत शनिवार को जिला पुलिस और सीआरपीएफ 218 बटालियन के अधिकारी और जवान नक्सलियों के खिलाफ अभियान में निकले और इस दौरान वे सोकराहातु, बरडीह, ऊरु, घुसरी, रोघाडीह और सीविल, कुरूमगढ़ समेत कई गांव में रुक कर ग्रामीणों से उनकी परेशानियों को जाना. ग्रामीणों को नशा पान से दूर रहने, बच्चों को स्कूल भेजने और युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का सुझाव भी दिया.