ETV Bharat / state

अंजुमन इस्लामिया ने CAA के विरोध में निकाला मौन जुलूस, राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

गुमला में अंजुमन इस्लामिया के बैनर तले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विरोध में थाना रोड स्थित जामा मस्जिद के पास जुमे की नमाज अदा करने के बाद मौन जुलूस निकाला. अंजुमन इस्लामिया के सचिव ने इस कानून के विरोध में राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा.

अंजुमन इस्लामिया ने CAA के विरोध में निकाला मौन जुलूस, राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 8:18 PM IST

गुमला: अंजुमन इस्लामिया गुमला के बैनर तले शुक्रवार को जिला मुख्यालय में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में थाना रोड स्थित जामा मस्जिद के पास जुमे की नमाज अदा करने के बाद मौन जुलूस निकाला. जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुमला उपायुक्त के कार्यालय के पास पहुंचा, जहां से 7 सदस्यों की एक कमिटी उपायुक्त से मिलकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें- मसानजोर डैम पर प्रतिदिन पहुंच रहे हजारों सैलानी, सैकड़ों लोगों को मिल रहा रोजगार

मुस्लिम ही नहीं देश के हर समुदाय के लोग आहत

उपायूक्त को सौंपे ज्ञापन में लिखा है कि केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 बिल पेश किया जिसे बहुमत कारण पारित किया गया. महामहिम को ज्ञात हो कि भारत के संविधान की प्रस्तावना में ही भारत को धर्मनिरपेक्ष घोषित किया गया है और संविधान के अनुच्छेद 14 में स्पष्ट उल्लेखित है कि भारत में जाति, लिंग, धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जाएगी. संविधान के अनुच्छेद 15 में उल्लेखित है कि भारत में सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है. मौजूदा नागरिकता संशोधन अधिनियम में प्रावधान लाया गया है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को जिसमें मुस्लिम समुदाय को छोड़कर सभी जो भारत की नागरिकता की इच्छा रखेंगे या जो भारत में घुसपैठ है उसमें मुस्लिम को छोड़कर को भारत की नागरिकता दी जाएगी. यह प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 21 का भी खुला उल्लंघन है. यह अधिनियम लेकर भारत के संविधान की प्रस्तावना में छेड़छाड़ की गई है, जिससे मुस्लिम ही नहीं देश के हर समुदाय के लोग आहत हैं और पूरे देश में लोग विरोध कर रहे हैं.

गुमला: अंजुमन इस्लामिया गुमला के बैनर तले शुक्रवार को जिला मुख्यालय में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में थाना रोड स्थित जामा मस्जिद के पास जुमे की नमाज अदा करने के बाद मौन जुलूस निकाला. जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुमला उपायुक्त के कार्यालय के पास पहुंचा, जहां से 7 सदस्यों की एक कमिटी उपायुक्त से मिलकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें- मसानजोर डैम पर प्रतिदिन पहुंच रहे हजारों सैलानी, सैकड़ों लोगों को मिल रहा रोजगार

मुस्लिम ही नहीं देश के हर समुदाय के लोग आहत

उपायूक्त को सौंपे ज्ञापन में लिखा है कि केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 बिल पेश किया जिसे बहुमत कारण पारित किया गया. महामहिम को ज्ञात हो कि भारत के संविधान की प्रस्तावना में ही भारत को धर्मनिरपेक्ष घोषित किया गया है और संविधान के अनुच्छेद 14 में स्पष्ट उल्लेखित है कि भारत में जाति, लिंग, धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जाएगी. संविधान के अनुच्छेद 15 में उल्लेखित है कि भारत में सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है. मौजूदा नागरिकता संशोधन अधिनियम में प्रावधान लाया गया है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को जिसमें मुस्लिम समुदाय को छोड़कर सभी जो भारत की नागरिकता की इच्छा रखेंगे या जो भारत में घुसपैठ है उसमें मुस्लिम को छोड़कर को भारत की नागरिकता दी जाएगी. यह प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 21 का भी खुला उल्लंघन है. यह अधिनियम लेकर भारत के संविधान की प्रस्तावना में छेड़छाड़ की गई है, जिससे मुस्लिम ही नहीं देश के हर समुदाय के लोग आहत हैं और पूरे देश में लोग विरोध कर रहे हैं.

Intro:गुमला : अंजुमन इस्लामिया गुमला के बैनर तले आज जिला मुख्यालय में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 बिल पेश कर बहुमत के आधार पर पारित कराए जाने के विरोध में थाना रोड स्थित जामा मस्जिद के पास जुमे की नमाज अदा करने के बाद मौन जुलूस निकाला । जो शहर के मुख्य मार्गो से होकर गुमला उपायुक्त के कार्यालय के पास पहुंचा । जहां से 7 सदस्यों की एक कमिटि उपायुक्त से मिला और नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा ।


Body:ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि मुस्लिम समुदाय की ओर से कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा राज्यसभा में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 बिल पेश किया जिसे बहुमत कारण पारित किया गया । महामहिम को ज्ञात हो कि भारत के संविधान की प्रस्तावना में ही भारत को धर्मनिरपेक्ष घोषित किया गया है और संविधान के अनुच्छेद 14 में स्पष्ट उल्लेखित है कि भारत में जाति , लिंग , धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जाएगी । संविधान के अनुच्छेद 15 में उल्लेखित है कि भारत में सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है । मौजूदा नागरिकता संशोधन अधिनियम में प्रावधान लाया गया है कि पाकिस्तान , बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को जिसमें मुस्लिम समुदाय को छोड़कर सभी जो भारत की नागरिकता की इच्छा रखेंगे या जो भारत में घुसपैठ है उसमें मुस्लिम को छोड़कर को भारत की नागरिकता दी जाएगी , यह प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 21 का भी खुला उल्लंघन है । यह अधिनियम लेकर भारत के संविधान की प्रस्तावना में छेड़छाड़ की गई है जिससे मुस्लिम ही नही देश के हर समुदाय के लोग आहत है और पूरे देश में लोग विरोध कर रहे आंदोलन कर रहे हैं ।


Conclusion:अंजुमन इस्लामिया गुमला के सचिव ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम जो caa के नाम से आज केंद्र सरकार लाई है उस कानून में धर्म को आधार बनाकर संविधान में छेड़छाड़ की गई है , और संविधान के आर्टिकल 14 ,15 , 21 और 22 हमको भारत में समानता का अधिकार का राइट देता है । लेकिन यह एनआरसी को लागू करने के लिए एक गोपनीय पहल था जो केंद्र सरकार सीएए के नाम से लाई है । और यह सिर्फ मुसलमानों के लिए आंदोलन नहीं है यह संविधान बचाने के लिए यह मौन जुलूस निकाला गया था । आज गुमला के उपायुक्त को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसमें यह मांग किए हैं कि यह देश संविधान से चलेगी किसी धर्म के नाम से नहीं चलेगी ।

बाईट : ख़ुर्शीद आलम ( सचिव , अंजुमन इस्लामिया गुमला )
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.