गुमला: जिले में सिसई थाना क्षेत्र के मकला पहाड़ के पास 27 अक्टूबर को बिहार के सीतामढ़ी और मोतिहारी के रहने वाले दो फेरीवाला रंजीत कुमार साह और रंजीत कुमार साह ( दोनों रंजीत ) की निर्मम हत्या कर दी गई थी. हत्या के दो दिनों बाद दोनों के शवों को पुलिस ने बरामद किया था.
इस मामले को लेकर उनके सहयोगियों ने करंज थाना में मामला दर्ज कराया था. मामला दर्ज होने के बाद एसपी एचपी जनार्दनन ने हत्याकांड का अनुसंधान करने के लिए बसिया अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार और चैनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुलदीप कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित किया. पुलिस ने छापेमारी कर पांच आरोपी को गिरफ्तार किया है.
एलसीडी के पैसे मांगने पर कर दी गई थी हत्या
एसपी एचपी जनार्दनन ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि बिहार राज्य के सीतामढ़ी और मोतिहारी जिले के रहने वाले रंजीत कुमार साह मोटरसाइकिल पर कपड़ों की फेरी करने के लिए सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव की ओर गए थे. फेरीवाले कपड़ा बेचने के दौरान लॉटरी भी लगाते थे, जिन ग्राहकों की लॉटरी लगती थी उन्हें वह लॉटरी में निकले सामान देते थे.
इसी दौरान सतनाम उरांव ने जब एक साड़ी खरीदी तो उसमें 4 कूपन निकले, दो कूपन में इमरजेंसी लाइट, एक कूपन में हॉट पैंट टिफिन बॉक्स और एक कूपन में एलसीडी टीवी निकला था. एलसीडी टीवी निकलने के बाद सतनाम उरांव और अजय खड़िया ने जब एलसीडी टीवी की मांग की तो फेरीवालों ने एलसीडी टीवी देने से इंकार कर दिया था. इसके बदले में फेरीवालों ने सतनाम उरांव से दस हजार रुपये की मांग की थी. इसी को लेकर दोनों में विवाद बढ़ गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए पांचों अभियुक्तों ने दोनों ने दोनों फेरीवालों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी.
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एसपी ने बताया कि हत्याकांड का उद्भेदन करने के लिए गठित टीम ने अपने गुप्तचर और तकनीकी स्रोत से मामले को उजागर किया है, जिसमें अजय खड़िया, श्यामलाल उरांव, सुरेंदर उरांव, पवन उरांव, संदीप उरांव, सतनाम उरांव को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है, गिरफ्तार अभियुक्त में से पवन उरांव एक साल पहले हुए 4 लोगों की हत्याकांड में भी अभियुक्त रहा है.