गोड्डा: भागलपुर सृजन घोटाले की जांच को लेकर सीबीआई की टीम गोड्डा के मोतिया ओपी स्थित डुमरिया गांव पहुंची. सीबीआई की टीम तत्कालीन इंडियन बैंक के मैनेजर सनत कुमार झा की तलाश में उसके गांव पहुंची थी, लेकिन सनत कुमार घर में नहीं मिले. जिसके बाद उनके घर में इश्तहार चस्पा कर दिया.
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सृजन घोटाला बिहार का बड़ा घोटाला है, इसे दूसरा व्यापम घाटाला भी बताया गया. इसमें करीब 890 करोड़ का गबन हुआ. आरोप है कि इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड मनोरमा देवी हैं. जिनका निधन हो गया. उनके निधन के बाद सृजन की कमान उनकी बहु प्रिया और बेटे अमित ने संभाल ली. उस वक्त बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक की भागलपुर शाखा की बड़ी भूमिका रही थी. तब सनत कुमार झा इंडियन बैंक के मैनेजर थे. इस घोटाले के सामने आने के बाद से सनत कुमार झा फरार हैं. इस घटना के तार कई सरकारी आला अधिकारियों के साथ ही राजनीतिक नेताओं से भी. कई लोगों की घटना से जुड़े लोगों की मौत भी संदेहास्पद रूप में हो चुकी है.
सृजन घोटाले में सरकारी पैसे को व्यापरियों और अपने चेहते लोगों को सूद पर दिए जाते थे, लेकिन अचानक से इसके कुछ चेक जब बाउंस हो गए तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. फिर बिहार सरकार ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए. कहा जाता है कि अगर इसके सही तरीके से जांच होती है तो कई आला अधिकारी के साथ बड़े बड़े राजनेता भी फंस सकते हैं.
सृजन घोटाला मामले में पहले ही 27 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय भी अपने स्तर पर जांच कर रहा है. सीबीआई की विशेष अदालत ने जिन 9 आरोपियों के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है. उनमें कई अब तक फरार हैं.