गोड्डा: लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूर किसी तरह से अपने-अपने घर पहुंचने की कोशिश में लगे हुए हैं. गोड्डा जिले में भी लगातार प्रवासी मजदूरों का पहुंचना जारी है. ये मजदूर इस मुश्किल हालात में 4-4 हजार रुपया भाड़ा देकर किसी तरह से गोड्डा मुख्यालय तक पहुंच गए हैं, लेकिन अब उनके पैसे खत्म हो गए हैं. कई मजदूरों का घर मुख्यालय से सैकड़ों किलोमीटर दूर है. इन हालातों में जिला प्रशासन की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है.
लॉकडाउन में गरीबों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. भुखमरी के कारण दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूर किसी तरह से घर पहुंच रहे हैं. गोड्डा में राजस्थान, दादरी, आंध्र प्रदेश से बड़ी संख्या में मजदूर पहुंचे. ये लोग खुद के खर्च से गाड़ी भाड़ा कर यहां पहुंचे हैं, लेकिन इनकी मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हो पाई हैं. मजदूरों ने कहा कि अपने जिला मुख्यालय तो किसी तरह पहुंच गए हैं, जहां सभी की जांच होनी है, लेकिन यहां से घर कैसे जाएंगे इसके लिए पैसे नहीं हैं. मजदूरों ने कहा कि इस तकलीफ के वक्त में 4 हजार रुपया देकर जिला मुख्यालय आ गए, अब उन्हें मुख्यालय से कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा, क्योंकि उनके पास अब पैसे नहीं बचे हैं. दूसरे प्रदेशों से आए कुछ मजदूर जिनके पास पैसे हैं, उनके पास घर जाने की सुविधा नहीं है.
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प्रवासी मजदूरों को गोड्डा मुख्यालय तक लाने की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई है, लेकिन यहां से उन मजदूरों को घर तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की है, जिसके कारण मजदूरों में गुस्सा है.