गोड्डाः जेवीएम विधायक प्रदीप यादव ने दलबदल मामले में विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव के दिए गए निर्णय को संविधान की 10 वीं अनुसूची का उल्लंघन बताया है. उन्होंने मामले को उच्चतम न्यायालय में ले जाने की भी बात कही और उम्मीद जताई की फैसले को बदला जाएगा.
स्पीकर के निर्णय को पक्षपात बताते हुए उन्होंने कहा कि सताधारी पार्टी के दबाव में स्पीकर ने फैसला दिया है. ये लोकतंत्र की हत्या है. ऐसे निर्णयों से झारखंड का मजाक पूरे देश में उड़ेगा. फैसले को पूर्व निर्धारित बताते हुए कहा कि हमें ऐसे ही फैसले की उम्मीद थी. जो दबाव में लिया जाएगा.
बताते चलें कि छह विधायकों के भाजपा में विलय करने के दलबदल मामले को स्पीकर दिनेश उरांव ने सही ठहराते हुए इसे संवैधानिक के दायरे में बताया है. साथ ही स्पीकर कोर्ट ने झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की याचिका को खारिज कर दिया.