गोड्डा: झामुमो नेता और पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू ने हिंदू देवता को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने बजरंगबली को लेकर अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया है. उन्होंने भगवान बजरंगबली की तुलना आदिवासियों के जमीन हड़पने वाले भूमि अधिग्रहण पदाधिकारी के रूप में की है. हेमलाल मुर्मू का यह बयान गोड्डा जिले में आया है, जहां के बोआरीजोर में वे झामुमो कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
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हेमलाल मुर्मू ने कहा कि आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है. राजमहल अनुमंडल के तालझारी में 300 एकड़ जमीन को रातों-रात रिफ्यूजी को बंदोबस्त कर दिया दिया. इस दौरान उस जमीन पर लैंड एक्यूजिसन ऑफिसर को खड़ा कर दिया गया. फिर उन्होंने आगे कहा कि ये पदाधिकारी कौन हैं, जान रहे हैं ना- बजरंगबली.
सीओ को मूर्ति हटाने का दिया निर्देश: इसके बाद वे कहते हैं कि ऐसी बड़ी मात्रा में जमीन पर मूर्ति लगा कर आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है. उन्होंने कहा कि उसके लिए मैंने स्थानीय सीओ और एसडीओ को साफ-साफ कह दिया है कि इस पदाधिकारी को हटाइये और अपने कार्यालय में ले जाइए. जितनी पूजा करनी हो कीजिये.
उन्होंने कहा कि दो दिन का समय मांगा गया है. इसके आगे वे यहीं पर नहीं रुके और कहा कि अगर मूर्ति को नहीं हटाया गया तो आदिवासियों का हुजूम तीर धनुष लेकर जाएगा. उन्होंने कहा कि अब ये लूट का खेल नहीं चलेगा.
कौन हैं हेमलाल मुर्मू: हेमलाल मुर्मू झामुमो के पुराने और वरिष्ठ नेता रहे हैं. वे चार बार के बरहेट से विधायक और राजमहल से एक बार के सांसद रहे हैं. हेमलाल मुर्मू पिछली झामुमो सरकार में मंत्री भी रहे हैं. हालांकि टिकट बंटवारे और बरहेट सीट से सीएम हेमंत सोरेन के खुद चुनाव लड़ने को लेकर खटपट हुई और वे भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा से चार बार चुनाव लड़े. लेकिन एक बार भी जीत नहीं पाए. जिसके बाद वे फिर से झामुमो में शामिल हो गए.