गोड्डा: हरियाणा के भिवाहनी जिले में आयोजित जूनियर नेशनल नेटबॉल प्रतियोगिता में झारखंड के गोड्डा जिले की 27वीं सब जूनियर टीम उपविजेता बनकर लौटी. खिलाड़ियों ने गोड्डा पहुंचते ही अपने पदक गुरु गुंजन कुमार झा को समर्पित करते हुए उनके गले में डाल दिया. गुरु जी अपने प्रति खिलाड़ियों का प्यार देखकर भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि जो सपना 12 साल पहले मैंने खुद के लिए देखा था, उसे आज मेरी टीम ने पूरा कर दिया.
इसे भी पढ़ें: मिलिए गोड्डा की मोनालिसा से, जानिए दो हजार बच्चे क्यों बुलाते हैं इन्हें दीदी
गोड्डा जिला नेटबॉल संघ (Godda District Netball Association) के सचिव गुंजन झा ने कहा कि वे नेटबॉल प्रतियोगिता में टीम के लिए राष्ट्रीय पदक नहीं दिला पाए थे. तब वो झारखंड टीम में गोड्डा के इकलौते खिलाड़ी होते थे, लेकिन एक जिद थी कि झारखंड की नेटबॉल की पूरी टीम गोड्डा से बनाऊंगा और मेडल भी दिलवाऊंगा. इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय नेटबॉल गर्ल्स टीम की खिलाड़ी मोनालिशा के साथ मिलकर स्थानीय गरीब बच्चों को तराशना शुरू कर दिया. राष्ट्रीय नेटबॉल टीम में ज्यादातर खिलाड़ी दिहाड़ी मजदूरी, दुकान और खेतों में काम करने वालों के बच्चे हैं.
प्रशासन ने नहीं की कोई व्यवस्था: इनकी जीत पर जिला और झारखंड सरकार के खेल विभाग की उदासीनता भी साफ़ दिखी. राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर रिप्रजेंट कर उपविजेता बनने के बावजूद खिलाड़ियों को ऑटो से 35 किमी की दूरी तय कर गोड्डा पहुंचना पड़ा. टीम के वापत लौटने की सूचना जिला प्रशासन को दी गई थी. सूचना के बावजूद प्रशासन की ओर से ना तो कोई प्रतिक्रिया आई और ना ही कोई रिसिव करने पहुंचा. इससे जिला और झारखंड सरकार के खेल विभाग की उदासीनता भी साफ दिखाई देती है.
खिलाड़ियों के प्रोत्साहन का उठ चुका है मुद्दा: पिछले सत्र में महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने इन खिलाड़ियों के प्रोत्साहन का मुद्दा उठाया था. जिसके बाद खेल मंत्री हफीजुल अंसारी ने पदक जीतने वाले खिलाड़ी को खेल प्रोत्साहन राशि देने व महगामा में नेटबॉल स्टेडियम बनाने की बात कही थी, लेकिन उन दावों को आजतक पूरा नहीं किया गया है. ऐसे में सरकार को अपना वादा निभाने और खिलाड़ियों को उनका हक देकर प्रोत्साहित करेने की जरुरत है.