गोड्डाः जिला के मेहरमा चिकित्सा प्रभारी की करतूत सामने आई है. जिन्होंने झारखंड के गोड्डा जिला के लोगों को कोरोना की वैक्सीन ना देकर बिहार के कहलगांव में शिविर लगाकर वहां के लोगों के करीब 750 लोगों को वैक्सीन दी गई.
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गोड्डा के हिस्से की आवंटित कोरोना की वैक्सीन बिना किसी आदेश के मेहरमा चिकित्सा प्रभारी डॉ. अरविंद सिन्हा ने बिहार को लोगों की दी है. इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है. जिला के लोगों को वैक्सीन देने के बजाए उन्होंने बिहार के कहलगांव शिवनारायणपुर के विद्यालय में शिविर लगा दिया.
पिछले दिनों बिहार के कहलगांव मथुरापुर के रामपुर पंचायत के जागेश्वरी प्राथमिक विद्यालय में गोड्डा के मेहरमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए आवंटित कोवीशिल्ड और कोवैक्सीन का डोज बिहार के लोगों को दिया गया, इसमें मुख्य भूमिका मेहराम चिकित्सा प्रभारी डॉ. अरविंद सिन्हा की बताई जा रही है. इस मामले एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वैक्सीन को लेकर लोग ऐसी बातें कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि ये भारत सरकार का वैक्सीन है और इसका लाभुक कोई भी हो सकता है, चाहे वो देश के किसी कोने में भी रहता हो.
एक सप्ताह में दो बार इनकी ओर से शिविर लगाकर 750 लोगों को वैक्सीन दिए जाने की बात सामने आई है. इसकी शिकायत स्थानीय मुखिया की ओर से अनुमंडल स्वास्थ प्रभारी कहलगांव डॉ. विवेकानंद दास को दी गई. फिर ये मामला भागलपुर डीएम तक पहुंचा इसके बाद पूरे मामले पर डॉ. अरबिंद सिन्हा पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने की बात सामने आई है.
इस पूरे मामले को लेकर गोड्डा सिविल सर्जन मंटू टेकरीवाल ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी, दोषी पाए जाने पर आरोपी पर कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे घटनाक्रम के पीछे ये बात सामने आई है कि मेहरमा चिकित्सा प्रभारी डॉ. अरविंद सिन्हा के रिश्तेदार बिहार के रामपुर में पंचायत में होने वाले चुनाव की तैयारी में संभवत उसे लाभ पहुंचाने और अपना रसूख दिखाने के लिए ये शिविर लगाया.