गोड्डा: जिले में बड़ी राजनीतिक घटना क्रम के तहत विधानसभा चुनाव परिणाम के ठीक बाद जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर संकट आ गया. गोड्डा जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाकर लाया गया और अध्यक्ष बसंती देवी और उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती की कुर्सी चली गई.
गोड्डा में जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. जहां वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष बसंती देवी और उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती के विरुद्ध शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया. जिसके तहत बसंती देवी के विरुद्ध में कुल 32 में से 30 मत पड़े और दो तटस्थ रहे. वहीं उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती में विरुद्ध में 29 वोट और पक्ष में एक वोट पड़ा. दोंनो के विरुद्ध अविश्वास मत पारित हो गया. इस अविश्वास प्रस्ताव में वोटर जिला परिषद सदस्य के अलावा जिले के अंतर्गत आने वाले विधायक भी मताधिकार का प्रयोग करते हैं.
महागठबंधन की एकजुटता दिखी
इस मौके पर यूपीए फोल्डर से जुड़े दो विधायक कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह के अलावा जेवीएम के प्रदीप यादव भी मौजूद रहे. वहीं पूर्व राजद विधायक संजय यादव भी काफी सक्रिय दिखे. हालांकि अध्यक्ष बसंती देवी के पति रविंद्र महतो पहले जेएमएम जिला अध्यक्ष थे. उन्हें यूपीए फोल्डर का ही माना जाता था, लेकिन पिछले विधानसभा में गोड्डा सीट राजद के हिस्से में चले जाने से रविद्र महतो जदयू से पर चुनाव लड़े थे. उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती बीजेपी से जुड़ी हैं.
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जिला परिषद अध्यक्ष पद की चुनाव तारीख का ऐलान जल्द
ऐसे में जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव से महागठबंधन काफी खुश लग रहा है. वहीं अगले जिला परिषद चुनाव में दोनों पद यूपीए के पक्ष में काबिज हो उसको लेकर पार्टी तैयारी में जुट गई है. इधर जिला परिषद अध्यक्ष ने अपनी हार सुनिश्चित होते देख पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर दी थी. उपायुक्त किरण कुमारी पासी ने अध्यक्ष बसंती देवी और उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती के विरुद्ध अविश्वास पारित होने की बात बताई. वहीं जल्द ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव तारीख तय होने की बात कही है.